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क्या आप भी घर की सफाई को लेकर तनाव मोल ले लेते हैं, जानिए सफाई का असली संस्कार क्या है

How to Increase Positive Energy at Home: अगर आपके घर में भी आपकी साफ सफाई की आदत को लेकर दूसरे लोग परेशान और सहमे रहते हैं. ऐसे में आपको अपने व्यवहार और सोच में बदलाव लाने की जरूरत है वरना घर में शांति का अभाव रहेगा.

क्या आप भी घर की सफाई को लेकर तनाव मोल ले लेते हैं, जानिए सफाई का असली संस्कार क्या है
चलिए जानते हैं कि घर की साफ-सफाई और एनर्जी.

How to Increase Positive Energy at Home: घर को साफ रखना (Clean Home and Positive Energy) निश्चित तौर पर अच्छी आदत है. जिन लोगों के घर साफ सुथरे होते हैं, उनके घर की हर जगह तारीफ होती है. ये भी कहा जाता है कि घर की सफाई रखने से पॉजिटिविटी आती है. लेकिन कई लोग ऐसे भी होते हैं कि घर की साफ सफाई को लेकर तनाव में रहते हैं. वो हर समय घर की साफ सफाई को लेकर चिंता (Stress for )में रहते हैं. ऐसे लोग घंटों साफ सफाई में लगे रहते हैं और अगर किसी ने घर गंदा कर दिया या फिर कोई चीज कहीं उठाकर रख दी तो ये लोग चीखने चिल्लाने लगते हैं. मोटिवेशनल स्पीकर बीके शिवानी ने कहा कि ऐसे लोग घर की सफाई में तो स्मार्ट होते हैं लेकिन सफाई के असली संस्कार भूल जाते हैं. चलिए जानते हैं कि  घर की साफ सफाई और एनर्जी (how to make beautiful house with beautiful thoughts) को इंप्रूव करने के लिए क्या कर सकते हैं.

घर की सफाई को लेकर तनाव पालना है गलत (taking Stress for Cleanliness)

कुछ लोग घर की साफ सफाई के लिए इतने उतावले और गंभीर हो जाते हैं कि बात बात पर तनाव लेने लगते हैं. ऐसे लोग लगातार घर की साफ सफाई में लगे रहते हैं. अगर घर में किसी ने कुछ गंदगी कर दी तो ये लोग उस शख्स पर ही चीखने चिल्लाने लगते हैं. इनको हर चीज जगह पर चाहिए. अगर कोई चीज अपनी जगह से हिली तो उनका पारा चढ़ जाता है. दूसरों की की नजर में ऐसे लोग साफ सफाई पसंद होते हैं, लेकिन देखा जाए तो ये लोग सफाई के  संस्कार को नहीं जानते. बीके शिवानी कहती हैं कि घर को साफ रखना अच्छी बात है लेकिन इसे लेकर पागलपन अपनाना गलत है. इस तरह घर तो साफ हो जाएगा लेकिन घर के अंदर की पॉजिटिव एनर्जी खत्म हो जाएगी. बिना पॉजिटिव एनर्जी वाला घर हमेशा लड़ाई झगड़े और कलह का गवाह बनता है.

इस तरह बढ़ जाती है घर की निगेटिव एनर्जी  (How Negative Energy increased in home)

बीके शिवानी कहती है कि घर की एनर्जी साफ-सफाई से नहीं बल्कि घर में रहने वाले लोगों के व्यवहार से बढ़ती है. घर में कोई सदस्य किस तरह बात करता है, किस तरह रिएक्ट करता है और उसका व्यवहार दूसरों के लिए कैसा है, ये बात घर की एनर्जी को बहुत ज्यादा इफेक्ट करती है. अगर कोई सदस्य बुरी बातें करता है, दूसरों को अपशब्द बोलता है या उसके व्यवहार में उग्रता और बुरी बातें हैं तो उसके साफ सफाई करने से भी घर की एनर्जी इंप्रूव नहीं कर सकती है. शख्स के इस व्यवहार से घर में नेगेटिव एनर्जी बढ़ने लगती है. ऐसे घर में लड़ाई झगड़े और कलह होती है.  अगर घर के सदस्यों के मन में एक दूसरे के लिए ईर्ष्या की भावना है और जलन रहती है तो घर में कितनी भी खुशहाली हो, यहां के लोग खुशहाल जीवन नहीं जी पाते हैं.

घर में पॉजिटिव एनर्जी बढ़ाने के लिए क्या करना चाहिए  (What to Do for Home Positive Energy)

बीके शिवानी कहती है कि सोच और व्यवहार बदलने से घर की निगेटिव एनर्जी को पॉजिटिव एनर्जी में बदला जा सकता है. ये मुश्किल काम नहीं है. लेकिन इसे करने से पहले घर के सभी सदस्यों को अपने व्यवहार और बोलचाल में सौम्यता लाने की जरूरत पड़ती है. घर के लोग कोशिश करें कि अपने व्यवहार और बोलचाल में सौम्यता लाएं. घर के दूसरे लोगों को उल्टा सीधा और अनाप शनाप न बोलें. हर किसी पर चीखने चिल्लाने की बजाय प्यार से बात करने से एनर्जी बढ़ती है. घर में एक वक्त का भोजन सभी लोगों के साथ मिल बैठकर करें. अपने सुख दुख एक साथ बांटने और परेशानियों को मिलकर साझा करने से घर में रहने वालों के अंदर पॉजिटिव एनर्जी का संचार होता है.


 

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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