
कई बार बच्चे को इस दुनिया में लाने का प्रॉसेस मुश्किलों भरा और टेंशन वाला होता है
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आज हर छह में से एक कपल को प्रेग्नेंट होने में दिक्कत आ रही है
कुछ स्टेप्स उठाकर प्रेग्नेंट होने की संभावनाओं को बढ़ाया जा सकता है
यहां पर हम आपको ऐसे ही 6 स्टेप्स के बारे में बता रहे हैं
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1. डाइट में शामिल करें हेल्दी खाना
कई कपल्स इस बात पर ध्यान नहीं देते, जबकि खाने और फर्टिलिटी दोनों एक-दूसरे से गहराई से जुड़े हुए हैं. इसके लिए बैलेंस और न्यूट्रिशिन वाले खाने को अपनी डाइट में शामिल करें. आपके खाने में विटामिन और आयरन से भरपूर सब्जियां जैसे पालक और ब्रोकली शामिल हो. साथ ही साबुत अनाज जैसे साबुत गेहूं, ब्राउन राइस और बाजरे को भी डाइट का हिस्सा बनाएं. इसके अलावा पनीर, अंडा, मछली, सोयाबीन जैसे प्रोटीन वाले खाने को भी शामिल करें. प्रोसेस्ड फूड, मैदा और शक्कर से दूरी बनाकर रखें.
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2. फिट और एक्टिव रहें
इसका मतलब यह नहीं है कि आप अपना ज्यादातर समय जिम में बिताए. लेकिन अपने रूटीन में एक नॉर्मल एक्सरसाइज या फिजिकल एक्टिविटी को शामिल करें. इससे हार्मोन बैलेंस, ब्लड फ्लो को बनाए रखने और प्रेग्नेंट होने की संभावना बढ़ जाते हैं. आपके लिए ब्रिस्क वॉक, लाइट जॉगिंग, साइकिलिंग और स्वीमिंग जैसी एक्टिविटीज बेहतर साबित होंगी.
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3. फर्टिलिटी मॉनिटर का इस्तेमाल करें
महिलाओं के हर पीरियड्स सर्किल के दौरान केवल कुछ ही दिन ऐसे होते हैं, जब प्रेग्नेंट की संभावना होती है. कपल्स के लिए यह जरूरी है कि वे अपने प्रेग्नेंट होने के सबसे ज्यादा संभावना वाले दिनों को लेकर सजग रहें. चूंकि हर महिला का सर्किल अलग होता है जो कि उनमें हार्मोन्स के लेवल के हिसाब से कंट्रोल होता है इसलिए फर्टिलिटी मॉनिटर का इस्तेमाल करने से बहुत बड़ी मदद मिल सकती है.
ये मॉनिटर आपकी साइकिल के कम से कम 6 सबसे ज्यादा प्रेग्नेंसी की संभावना वाले दिनों की पहचान कर सकते हैं. इनिटो, डेजी जैसे ब्रांड्स के फर्टिलिटी मॉनिटर आजकल बहुत लोकप्रिय हैं.
4. टेंशन न लें
स्ट्रेस और एंग्जायटी दोनों ही फर्टिलिटी हार्मोन्स की रिलीज को घटाते हैं और ओवेल्यूशन के प्रॉसेस में रुकावट डाल सकते हैं. तो टेंशन महसूस होने पर मेडिटेशन या योग के जरिए खुद को कंट्रोल करने की कोशिश जरूर करें. अपनी भावनाओं को अपने जीवनसाथी, दोस्तों या परिवार संग साझा करें, इससे मन हल्का होता है.
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5. कैफीन और अल्कोहल से बचें
कम कैफीन लेना और अल्कोहल से दूरी बनाना भी प्रेग्नेंसी के अवसरों को बढ़ा सकता है. हालांकि थोड़ी मात्रा में चाय या कॉफी लेना सेफ है, लेकिन इसकी ज्यादा मात्रा लेने से बचना चाहिए. दूसरी तरफ अल्कोहल हर तरह से बुरा असर डाल सकता है और इसकी वजह से इररेग्युलर पीरियड्स और ओवेल्यूशन में कमी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं.
6. कैफीन और अल्कोहल से बचें
कम कैफीन लेना और अल्कोहल से दूरी बनाना भी प्रेग्नेंसी के अवसरों को बढ़ा सकता है. हालांकि थोड़ी मात्रा में चाय या कॉफी लेना सेफ है, लेकिन इसकी ज्यादा मात्रा लेने से बचना चाहिए. दूसरी तरफ अल्कोहल हर तरह से बुरा असर डाल सकता है और इसकी वजह से इररेग्युलर पीरियड्स और ओवेल्यूशन में कमी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं.
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