
Care Of Silk Clothes: रेशमी कपड़े काफी नाजुक और कीमती होते हैं और इनकी सही देखभाल (Silk Ke Kapde Ke Dekhbhal Ke Upay) न की जाए तो बहुत जल्दी खराब हो सकते हैं. इनकी चमक फीकी पड़ने लगती है, रंग उड़ने लगते हैं या किनारे से फटने भी लगती हैं. हालांकि कुछ आसान घरेलू टिप्स की मदद से सिल्क के कपड़ों को सालों साल नए जैसा रखा जा सकता है. खासकर इन्हें धोने में सावधानी रखने की जरूरत होती है. आइए जानते हैं कैसे करनी चाहिए सिल्क कपड़ों की धुलाई (Silk Ke Kapde Kaise Dhoye) और इसके लिए किसका करना चाहिए उपयोग (Silk Ke Kapde Kisse Dhoye) .
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रेशमी कपड़ों की धुलाई कैसे करें (How to wash silk clothes)
सिल्क के कपड़ों को कभी भी मशीन में वॉश नहीं करना चाहिए. इन्हें हमेशा हाथों से धोना ही बेहतर होता है. इसके लिए सिंक या टब में ठंडा पानी भरें और सिल्क को साफ करने के लिए खास हल्के डिटर्जेंट या सिरके को पानी में मिलाएं. इसके बाद कपड़े को कुछ समय तक उसमें डुबोकर रखें. कपड़े को निकालकर साफ पानी से अच्छी तरह साफ करें और भूलकर भी निचोड़े नहीं. एक साफ तौलिए की मदद से नमी का सोख लें. रेशमी कपड़े को धोते समय उन्हें बिल्कुल नहीं रगड़ें. धोने के लिए हमेशा ठंडे पानी का ही यूज करें.

रेशमी कपड़ों को धोने के लिए रेशम या नाजुक कपड़ों के लिए विशेष रूप से बनाए गए हल्के और pH बैलेंस डिटर्जेंट का यूज किया जाता है. इन्हें साफ करने के लिए कभी भी ब्लीच या केमिकल वाले डिटर्जेंट का यूज नहीं करना चाहिए. सिल्क एक प्राकृतिक प्रोटीन फाइबर होता है और इसे ब्लीच और कठोर रसायनों से नुकसान पहुंच सकता है. एंजाइम वाले डिटर्जेंट से भी सिल्क के कपड़े खराब हो सकते हैं. गरम पानी सिल्क के कपड़ों को सिकोड़ कर खराब कर सकता है.
सिल्क के कपड़ों को कैसे सुखाएं (How to dry silk clothes)सिल्क के कपड़ों को कभी भी सीधी धूप में नहीं सुखाना चाहिए, इससे रंग उड़ सकते हैं और फैब्रिक कमजोर हो सकता है. इन्हें हमेशा उल्टा करके छांव में ही सुखाना बेहतर होता है. सिल्क कपड़े पर सीधे प्रेस करना सही नहीं होता. साड़ी के ऊपर एक हल्का कॉटन कपड़ा रखकर हल्के तापमान पर ही प्रेस करें, जिससे इसकी चमक बनी रहे.
सिल्क के कपड़ों को कैसे करें स्टोर (How to store silk clothes)सिल्क के कपड़ों को स्टोर करने पर खास ध्यान देने की जरूरत होती है. कपड़ों को फोल्ड कर किसी कॉटन कपड़े या मलमल के थैले में रखें. प्लास्टिक के कवर का इस्तेमाल न करें, क्योंकि इससे हवा पास नहीं होती और कपड़ा पीला पड़ सकता है. हर 3-4 महीने में साड़ी को निकालकर पलटें और दोबारा फोल्ड करें, जिससे एक ही जगह से कपड़ा कमजोर न पड़े. कपड़ों को कीड़ों से बचाने के लिए नेफ्थलीन की गोलियां या कपड़े में लपेटकर कुछ लौंग रख सकते हैं.
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