बहुत से माता-पिता अपने बच्चे के गुस्से को सही तरह से कंट्रोल नहीं कर पाते। उन्हें खुद को गुस्सा आता है, तो वह उसे जाहिर कर सकते हैं, नियंत्रित कर सकते हैं, लेकिन बच्चों को जब गुस्सा आता है, तो वह रोने-चीखने लगते हैं। जमीन पर लेट-लेट कर जोर-जोर से पैर मारने लगते हैं। ऐसे वक्त में बच्चे को गुस्से को दूर करने के लिए आप कुछ आसान से तरीके अपना सकते हैं।
ध्यान बांट कर
बच्चे को कहीं बाहर ले जाकर उसका उसका ध्यान कहीं और केंद्रित करने करवाने की कोशिश करें। वह चीज कुछ भी हो सकती है जैसे कोई किताब या फिर कोई नया खिलौना। यकीन मानिए, आपका बच्चा फौरन चुप हो जाएगा. जैसे आप उसे बाहर कुत्ता दिखाने के लिए ले जा सकते हैं। इस दौरान आप उसके साथ हंसी-मजाक करें। अपने चेहरे की तरह-तरह की शक्लें बनाकर आप उसके चेहरे पर वापस मुस्कान ला सकते हैं।
क्या है गुस्से की वजह
यह जानना बेहद जरूरी है कि जब बच्चे गुस्सा करें, चीजें इधर-उधर फेंके, रूस जाएं, चीखें-चिल्लाएं... तो आपको उनके साथ किस तरह से पेश आना चाहिए। आपको चाहिए कि ऐसे वक्त में आप शांत रहें। अगर आप भी चीखेंगे-चिल्लाएंगे तो स्तिथि और खराब हो जाएगी। ऐसे वक्त में आप उसके व्यवहार पर नजर रखें। हालांकि ऐसा फिर से होगा।
न करें बच्चे को अनदेखा
कई बार ध्यान खींचने के लिए भी बच्चे ऐसा करते हैं। उन्हें लगता है कि उनकी अनदेखी हो रही है, इसलिए माता-पिता समेत लोगों का ध्यान खींचने के लिए वह इस तरह के हथकंडे अपनाते हैं। अगर आप अपने गुस्से पर काबू रखने में खुद को असमर्थ समझते हैं तो आप बच्चे से दूर होकर कमरे से बाहर आ सकते हैं। दो मिनट बाहर खड़े रहने के बाद हो सकता है कि बच्चा चुप हो जाएं। वापस आने पर उसका ध्यान किसी और चीज में लगाने की कोशिश करें। अगर बच्चे की उम्र ज्यादा है तो उससे रोने की वजह और उस समस्या से निपटने की बात कर सकते हैं ताकि अगली बार से वह ऐसा न करें।
ध्यान बांट कर
बच्चे को कहीं बाहर ले जाकर उसका उसका ध्यान कहीं और केंद्रित करने करवाने की कोशिश करें। वह चीज कुछ भी हो सकती है जैसे कोई किताब या फिर कोई नया खिलौना। यकीन मानिए, आपका बच्चा फौरन चुप हो जाएगा. जैसे आप उसे बाहर कुत्ता दिखाने के लिए ले जा सकते हैं। इस दौरान आप उसके साथ हंसी-मजाक करें। अपने चेहरे की तरह-तरह की शक्लें बनाकर आप उसके चेहरे पर वापस मुस्कान ला सकते हैं।
क्या है गुस्से की वजह
यह जानना बेहद जरूरी है कि जब बच्चे गुस्सा करें, चीजें इधर-उधर फेंके, रूस जाएं, चीखें-चिल्लाएं... तो आपको उनके साथ किस तरह से पेश आना चाहिए। आपको चाहिए कि ऐसे वक्त में आप शांत रहें। अगर आप भी चीखेंगे-चिल्लाएंगे तो स्तिथि और खराब हो जाएगी। ऐसे वक्त में आप उसके व्यवहार पर नजर रखें। हालांकि ऐसा फिर से होगा।
न करें बच्चे को अनदेखा
कई बार ध्यान खींचने के लिए भी बच्चे ऐसा करते हैं। उन्हें लगता है कि उनकी अनदेखी हो रही है, इसलिए माता-पिता समेत लोगों का ध्यान खींचने के लिए वह इस तरह के हथकंडे अपनाते हैं। अगर आप अपने गुस्से पर काबू रखने में खुद को असमर्थ समझते हैं तो आप बच्चे से दूर होकर कमरे से बाहर आ सकते हैं। दो मिनट बाहर खड़े रहने के बाद हो सकता है कि बच्चा चुप हो जाएं। वापस आने पर उसका ध्यान किसी और चीज में लगाने की कोशिश करें। अगर बच्चे की उम्र ज्यादा है तो उससे रोने की वजह और उस समस्या से निपटने की बात कर सकते हैं ताकि अगली बार से वह ऐसा न करें।
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