अगर चाहते हैं आपका भी बच्चा हो क्लास में टॉप, तो एग्जाम सीजन में बच्चे को खिलाएं ऐसा खाना

अगर चाहते हैं आपका भी बच्चा हो क्लास में टॉप, तो एग्जाम सीजन में बच्चे को खिलाएं ऐसा खाना

नई दिल्‍ली:

एग्जाम के समय में हर स्टूडेंट्स का टेंशन लेना आम बात है, क्यों इसका सीधा इफेक्ट करियर को लेकर होता है. भले ही एग्जाम बच्चों का होता है, लेकिन इस समय बच्चों से ज्यादा टेंशन उनके पैरेंट्स को होती है. अगर आपके बच्चे का भी आने वाले समय में एग्जाम है और आप चाहते है कि उनके अच्छे नंबर आएं तो उनके रोज के खाने में थोड़ा बदलाव करें और उन्हें हेल्दी चीजे खिलाएं. आज हम आपको कुछ ऐसी ही चीजे बता रहें हैं जो आपके बच्चों को एग्जाम की तैयारी में मदद करेंगें.

हैवी और हेल्दी खाने से करें शुरुआत: बच्चों के डिनर और ब्रेकफास्ट में लगभग 10 घंटे का गैप होता है, इसलिए उन्हें नाश्ते में कुछ हैवी खाने को दें. जैंसे- ओट्स, मूसली, उपमा, इडली अच्छे विकल्प हो सकते हैं. क्योंकि इनमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है जिससे लगातार ग्लूकोज की सप्लाई होती रहती है.

थोड़ी-थोड़ी देर में हल्का-हल्का खिलाते रहें: सुबह हैवी खाना देने का मतलब यह नहीं कि आप पूरे दिन उन्हें हैवी चीजे खिलाएं. सुबह के नाश्ते के बाद थोड़ी-थोड़ी देर में हल्की और पोष्टिक चीजें खिलाते रहें. इससे उन्हें नियमित अंतराल पर जरूरी पोषण मिलता रहेगा और वे एक्टिव रहेंगे व पढ़ाई में उनका मन लगेगा. ताजा फल, फ्रूट स्मूथी, ड्राइ फ्रूट, शहद लगे नट्स, सूप, सलाद अच्छे विकल्प हैं.


याददाश्त बढ़ाने वाला खाना दें: एग्जाम के समय में बच्चों को भूलने की सबसे बड़ी समस्या होती है इसलिए उन्हें ऐसा खाना दें जो उनकी याददाश्त बढ़ाए. मछली, अलसी, कद्दू के बीज, तिल, सोयाबीन का तेल अच्छे विकल्प हैं. मछली में पाया जाने वाला ओमेगा 3 फैटी एसिड दिमाग के लिए अच्छा है और इससे याददाश्त बढ़ती है.
बच्‍चों को बीमार होने से बचाएं: सर्दी के मौसम और एग्जाम की टेंशन में बच्चे अक्सर बीमार हो जाते है, इस कारण उनकी पढ़ाई पर इसका असर पड़ता है. इस समय उनको कुछ ऐसा खाना दें जिसे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़े और परीक्षा के दौरान बच्चे बीमार पड़ें. विटामिन ए, सी और ई जैसे एंटी-ओक्सीडेंट्स फ्री-रेडिकल्स से लड़कर तनाव के कारण मस्तिष्क की कोशिकाओं को होने वाले नुकसान को कम करते हैं. अंडे, मछली, गाजर, कद्दू, हरी पत्तेदार सब्जियां, ताजे फल आदि से इनकी पूर्ति हो सकती है.
बच्चों को हायड्रेटेड रखें: सर्दी के मौसम में प्यास कम लगती है, जिससे बच्चे कम पानी पीते है. इससे उनमें डीहायड्रेशन की समस्या होती है और उनका मन बेचैन सा होने लगता है. इस कारण वे पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पाते हैं. यदि वे ज्यादा पानी पीना पसंद नहीं करते हैं तो उन्हें ताजे फलों का जूस, नींबू पानी, छाछ या ग्रीन टी दें. हां, लेकिन इस बात का ख्याल रखें के एग्जाम के दौरान उनको चाय, कॉफी, एनर्जी ड्रिंक और कोल्ड ड्रिंक से दूर रखें, क्योंकि इससे सिरासिडीन रिदम बिगड़ जाता है और वे ढंग से नहीं सो पाते हैं.

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