
Eyesight Care: आंखें हमारी बॉडी का जरूरी और बेहद संवेदनशील अंग है. यही कारण है कि आंखों की देखभाल करना बहुत जरूरी है. वैसे भी आजकल की लाइफस्टाइल का आंखों की सेहत पर गहरा असर हुआ है और आंखों से जुड़ी समस्याएं बढ़ती जा रही है. पहले उम्रदराज लोगों को ही देखने में परेशानी के कारण चश्मे की जरूरत होती थी लेकिन अगर कम उम्र में ही बच्चों की देखने की क्षमता पर असर होने लगा है और उन्हें पावर वाले चश्मे की जरूरत पड़ने लगी है. इसमें लगातार बढ़ता स्क्रीन टाइम से लेकर खानपान की आदतें बहुत हद तक ( Aakhe Kamjor Hone Ka Karan) जिम्मेदार है. आंखों की देखभाल (Aankho Ki Dekhbhal Kaise Kare) के लिए हमें सिरदर्द, देखने के लिए ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई और रात में देखने में परेशानी जैसे लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए. इस तरह की परेशानी होने पर हमें तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए. आइए जानते हैं कि किन बातों से हम जान सकते हैं कि हमारी आंखें कमजोर (Kaise Jane Ki Aankhen Ho Rahi Hai Kamzor) हो रही हैं और ऐसा होने पर हमें क्या करना चाहिए.
सिरदर्द
सिर में दर्द होना आंखों की कमजोरी का एक प्रमुख कारण है. कभी कभी देखने में होने वाली परेशानी के कारण हमें सिरदर्द होता है. आंखों में तनाव सिरदर्द का कारण बनता है.
देखने के परेशानी
देखने में परेशानी, चीजें क्लीयर नहीं दिखना, थोड़ी दूर की चीजें देखने में परेशानी होना भी आंखों के कमजोर होने का संकेत हो सकती हैं. बच्चों में आंखों की कमजोरी अक्सर क्लास में ब्लैक बोर्ड पर लिखे चीजों के नहीं दिखने से सामने आती है.
आंखों में थकान की शिकायत
आंखों में लगातार थकान और असहजता भी आंखों में आ रही कमजोरी का कारण हो सकती है. आजकल कंप्यूटर और मोबाइल जैसी चीजों का यूज बढ़ने के कारण आंखों पर दबाव बढ़ता जा रहा है और इसके कारण आंखों में दर्द, भारीपन या असहजता की शिकायतें बढ़ रही हैं. ये सभी लक्षण आंखों की कमजोरी का कारण हो सकती है.
फोकस करने में परेशानी
किसी भी काम पर फोकस करने में परेशानी महसूस होना और इसका आपके रूटीन कामकाज पर असर होना भी आंखों में आ रही कमजोरी के संकेत हो सकते हैं.
रात में देखने में परेशानी
रात के समय या कम रोशनी में देखने में परेशानी होना, ठीक से दिखाई नहीं देना और भ्रम होना भी आंखों के कमजोर होने के संकेत हो सकते है.
लाइट के प्रति संवेदनशीलता
लाइट में आंखों को खेलने में परेशानी या उससे आंखों का असहज महसूस करना भी आंखों में आ रही कमजोरी की ओर संकेत हो सकता है. इसके अलावा चीजों को डबल दिखना, आंखों के आगे अंधेरा या धब्बे या लाइनें नजर आना भी आंखों की कमजोरी के लक्षण हो सकते हैं.
आंखों के कमजोरी के लक्षण आने पर क्या करें
ऊपर बताए गए लक्षणों के सामने आने पर तुरंत आई स्पेशलिस्ट से आंखों को चेक कराएं और अगर नजर का चश्मा पहनने की सलाह दी जाए तो चश्मे का यूज करें. इसके अलावे अपने लाइफस्टाइल में ऐसे बदलाव लाएं जिससे आंखों का राहत मिलें. अपने स्क्रीन टाइम को कम करें और आंखों की रोशनी बढ़ाने वाली चीजों को अपनी डाइट में शामिल करें. पर्याप्त पानी पिएं और धूप से आंखों की रक्षा के लिए सनग्लासेस का उपयोग करें.
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