Perfect Chai Recipe: सुबह की नींद खुलते ही अगर किसी चीज़ की सबसे ज़्यादा याद आती है, तो वो है एक कप चाय. वो पहली चुस्की, जो सीधा दिल तक उतर जाती है, दिन की शुरुआत को बस बना देती है. सिर दर्द हो, मूड ऑफ हो या फिर बस किसी का इंतज़ार... एक कप चाय हर हाल में काम करती है. भारत में चाय सिर्फ सुबह की जरूरत नहीं, बल्कि लोगों के रूटीन की धड़कन है. लेकिन दिलचस्प बात ये है कि ज़्यादातर लोग जो चाय पीते हैं, वो गलत तरीके से बनाते हैं. हां, चाय का स्वाद सिर्फ उसकी पत्ती या दूध पर नहीं, बल्कि इस बात पर निर्भर करता है कि आपने उसे किस तरह बनाया है. ज़रा सी गलती और वही चाय जो मूड ठीक कर सकती थी, मूड खराब भी कर देती है.

क्यों जरूरी है परफेक्ट चाय बनाना? (why making perfect tea is important?)
ज़्यादातर लोग सोचते हैं कि चाय बनाना तो बच्चों का खेल है. लेकिन असली बात ये है कि चाय बनाना एक आर्ट है. अगर चीज़ें सही क्रम और सही समय पर डाली जाएं, तो वही चाय आपको 'वाह' कहने पर मजबूर कर देती है. वहीं ज़रा सी गलती से वही चाय बेस्वाद या कड़वी हो सकती है. इसलिए अगर आप परफेक्ट कप चाय चाहते हैं, तो ज़रूरी है कि इसके हर स्टेप को सही समय पर करें.
पहला स्टेप: पानी और पत्तीचाय की शुरुआत हमेशा पानी से होनी चाहिए. सबसे पहले पैन में पानी डालकर उबालें. जब पानी उबलने लगे, तब उसमें चाय पत्ती डालें. इसे 4 से 5 मिनट तक धीमी आंच पर पकने दें ताकि उसका पूरा फ्लेवर पानी में उतर आए. अगर आप चाहें तो इस स्टेप में अदरक, इलायची या तुलसी की पत्तियां डाल सकते हैं. इससे चाय की खुशबू और स्वाद दोनों में निखार आ जाता है.
दूसरा स्टेप: चीनी कब डालें?अधिकतर लोग दूध डालने के बाद चीनी डालते हैं, जो कि सबसे बड़ी गलती है. सही तरीका है कि जब पानी में पत्ती उबल रही हो और उसका रंग गाढ़ा हो जाए, तब चीनी डालें. इससे चीनी अच्छे से घुल जाती है और स्वाद एक जैसा आता है. यही है मीठी और परफेक्ट चाय का राज.
तीसरा स्टेप: दूध डालने का सही समयजब पानी, पत्ती और चीनी अपना काम कर चुके हों, तब बारी आती है दूध की. अब दूध डालें और चाय को धीमी आंच पर 4-5 मिनट तक पकने दें. धीरे-धीरे इसका रंग गाढ़ा और आकर्षक हो जाएगा. जब ऊपर हल्की झाग दिखने लगे, समझिए आपकी चाय तैयार है. यही है परफेक्ट बैलेंस्ड चाय का असली सीक्रेट.

लोग करते हैं ये आम गलतियां (common mistakes people make while making tea)
सारी चीजें एक साथ डालना. इससे चाय का असली फ्लेवर निकल ही नहीं पाता.
ज्यादा देर तक उबालना. ऐसा करने से चाय कड़वी हो जाती है और पेट में एसिडिटी बढ़ा सकती है.
बहुत ज्यादा पत्ती डालना. इससे चाय बहुत स्ट्रॉन्ग हो जाती है और उसका नेचुरल टेस्ट खत्म हो जाता है.
हेल्थ और चाय का रिश्ता (Tea and Health)
सही तरीके से बनी चाय सिर्फ स्वाद नहीं बढ़ाती बल्कि एनर्जी, फ्रेशनेस और मूड भी बेहतर करती है. वहीं गलत तरीके से बनी चाय पेट दर्द, गैस और एसिडिटी जैसी समस्याएं दे सकती है. इसलिए हमेशा पत्ती, दूध और चीनी की मात्रा बैलेंस में रखें.
चाय को गाढ़ा बनाने के लिए क्या डालें? (what to add for strong and thick tea?)
अगर आप कड़क और गाढ़ी चाय के दीवाने हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखें.
- पानी कम और दूध थोड़ा ज़्यादा डालें.
- चाय को धीमी आंच पर थोड़ा ज्यादा पकाएं ताकि फ्लेवर गहराई से तैयार हो.
- साथ ही एक चुटकी इलायची पाउडर या थोड़ा सा अदरक डालें, इससे चाय का टेस्ट और भी रिच और क्रीमी लगता है.
इस सवाल का जवाब है हमेशा पानी क्योंकि उबलता हुआ पानी ही वो बेस है जिसमें पत्ती का असली स्वाद खुलकर आता है. अगर आपने सीधे दूध में पत्ती डाल दी, तो चाय का स्वाद कभी भी वैसा नहीं बनेगा जैसा बन सकता है.
चाय में सबसे पहले क्या डालते हैं?सही क्रम बहुत जरूरी है पहले पानी, फिर पत्ती, फिर चीनी और आखिर में दूध. यही वो सीक्वेंस है जो हर बार आपको एकदम बैलेंस्ड, कड़क और सुगंधित चाय देगा.
चाय में स्वाद कैसे डालें? (how to add flavor to tea?)अगर आप अपनी रोज़ की चाय में थोड़ा ट्विस्ट चाहते हैं, तो कुछ आसान टिप्स ट्राय करें.
- अदरक और इलायची मिलाकर मसाला चाय बनाएं.
- तुलसी की पत्तियां डालें तो इम्युनिटी बढ़ेगी.
- एक चुटकी दालचीनी या लौंग डालने से चाय को मिलेगा गर्माहट और रिलैक्सिंग फ्लेवर.
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