Healthy Tips: आरओ यानी रिवर्स ऑस्मोसिस सिस्टम पानी को शुद्ध करता है. आजकल बहुत से घरों में आरओ लगे हुए भी दिख जाते हैं. खासकर जब पानी शुद्ध (Pure Water) ना आता हो या उसका रंग हल्का मैला या पीला नजर आता है तो आरओ इस पानी को साफ करता है. लेकिन, हमेशा ही आरओ का पानी पीना सेहत के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है. कई बार तुरंत नहीं लेकिन कुछ समय के बाद सेहत पर आरओ के पानी (RO Water) के नुकसान दिखाई दे सकते हैं. यहां जानिए आरओ का पानी पीने से शरीर किस-किस तरह से प्रभावित होता है और इस पानी से क्या नुकसान हो सकते हैं.
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आरओ का पानी पीने के नुकसान | Disadvantages Of Drinking RO Water
आरओ का पानी पीने से कुछ हफ्तों या महीनों के भीतर शरीर में कुछ लक्षण नजर आ सकते हैं, जैसे हर समय थका हुआ महसूस करना, कमजोरी, मस्कुलर क्रैंप्स और दिल से जुड़ी दिक्कतें. इस पानी से शरीर में मैग्नीशियम और कैल्शियम की कमी भी हो सकती है.
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पानी में नहीं रहते पर्याप्त खनिजआरओ के पानी में पर्याप्त खनिज नहीं होते और यह पानी शरीर से खनिज खींच भी लेता है यानी जब हम कुछ खाते हैं तो यूरिन के साथ उस भोजन के खनिज भी शरीर से निकल सकते हैं. इसके अलावा, डाइट अच्छी रखने पर भी शरीर में खनिजों की कमी हो सकती है.
दिल पर पड़ता है असरदिल की सेहत (Heart Health) भी इस पानी से प्रभावित होती है. आरओ का पानी एसिडिक पानी होता है और इस पानी में खनिज नहीं होते. ऐसे में इस पानी का सेवन हार्ट रेट पर असर डालता है और मसल्म में दर्द की दिक्कत भी हो सकती है.
हो सकती हैं बीमारियांहाई ब्लड प्रेशर के मरीजों और दिल की दिक्कतों से परेशान लोगों के लिए आरओ का पानी रिस्क फैक्टर साबित हो सकता है. गैस्ट्रिक दिक्कतों से परेशान लोगों को भी इस पानी को ना पीने की सलाह दी जाती है. इसके अलावा जोंडिस, अनीमिया और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ने की संभावना रहती है.
क्या हो सकता है हल- आरओ का पानी पीने के बजाय पानी को उबालने के बाद पिया जा सकता है. पानी को तबतक आंच पर रखा जाता है जबतक कि इसमें से भाप ना निकलने लगे. ऐसे में पानी को उबालकर रखा जा सकता है और इसे देर तक पी सकते हैं.
- एक लीटर पानी में तकरीबन 5 बूंदे आयोडीन (Iodine) की डालकर पी जा सकती हैं. पानी में आधे से एक घंटे तक आयोडीन डालकर रखें और उसके बाद ही इस पानी को पिएं. आयोडीन का इफेक्ट ज्यादा अच्छा तब दिखता है जब पानी 21 डिग्री सेल्सियस तक गर्म होता है.
- क्लोरिन भी काम आ सकता है. एक लीटर पानी में क्लोरिन की चार बूंदे डाली जा सकती हैं. ध्यान रहे पानी को शुद्ध करने के लिए क्लोरिन की इससे ज्यादा मात्रा ना डालें नहीं तो पानी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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