
Children's Health: मुंडन का मतलब होता है बच्चे के बाल कटवाना. जब बच्चा पैदा होता है तो उसके सिर पर ना के बराबर बाल होते हैं. धीरे-धीरे उम्र बढ़ने के साथ ही सिर पर और ज्यादा बाल नजर आने लगते हैं. लेकिन, बच्चे के पहले बालों को घर पर या यूं ही किसी भी नाई से नहीं कटवाया जाता है बल्कि पूरे रीति-रिवाज मानते हुए गंगाजल वगैरह छिड़ककर बच्चे के बाल कटवाए जाते हैं. इसे ही मुंडन (Mundan) कहा जाता है. मुंडन करवाते हुए बच्चे के सिर को शेव किया जाता है यानी पूरे सिर के बालों को हटा दिया जाता है. ऐसे में नए माता-पिता के सामने अक्सर ही यह सवाल खड़ा रहता है कि किस उम्र में बच्चे का मुंडन करवाना चाहिए. सही उम्र से पहले बच्चे का मुंडन करवाने से डॉक्टर सख्त मना करते हैं. बच्चों के डॉक्टर संदीप गुप्ता ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वे बता रहे हैं कि बच्चे का मुंडन कब करवाना चाहिए और किस बात का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.
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बच्चे का मुंडन कब करवाना चाहिए
पीडियाट्रिशियन डॉ. संदीप गुप्ता का कहना है कि बच्चे का मुंडन तब करवाना चाहिए जब बच्चे के सिर का बीच का सॉफ्ट स्पॉट सख्त हो जाए. इस स्पॉट को एंटीरियर फोन्टेनेल कहा जाता है. अगर रेजर या ब्लेड से बच्चे के सिर का यह हिस्सा कट जाए और उसे चोट लग जाए तो बच्चे के सिर पर इंफेक्शन हो सकता है. यह इंफेक्शन बच्चे के दिमाग तक जा सकता है. एंटीरियर फोन्टेनेल 9 से 18 महीने में बंद हो जाता है. इसीलिए मुंडन की सही उम्र 18 महीने है. बच्चा डेढ़ से 2 साल का हो जाए तब ही उसका मुंडन करवाना चाहिए.
मुंडन कराते समय ध्यान रखें ये बातें
- मुंडन करवाने से पहले बच्चे का सिर अच्छे से धो लें. बच्चे का सिर साफ रखना चाहिए,
- मुंडन करवाते समय बच्चे के कंफर्ट का सबसे ज्यादा ध्यान रखें. इस बात का ध्यान रखें कि बच्चा अच्छे से खाया-पिया हुआ हो.
- मुंडन करवाने के लिए एक्सपीरियंस्ड नाई को चुनें. कम पैसे देने के चक्कर में किसी नौसिखिया से मुंडन ना करवाएं.
- मुंडन करवाने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह भी ली जा सकती है. अगर बच्चे का सिर सॉफ्ट (Soft Head) हो तो मुंडन करवाने से परहेज करें.
- नाई जिस रेजर या कंघी का इस्तेमाल किया जा रहा है वो स्टेरेलाइज होनी चाहिए. इससे इंफेक्शन की संभावना कम होती है.
- शांत जगह पर मुंडन करवाएं. बच्चे को वातावरण से परेशानी ना हो इस बात का खास ध्यान रखें.
- मुंडन के दौरान बच्चे का ध्यान भटकाने के लिए उसके हाथ में कोई खिलौना दिया जा सकता है.
- मुंडन के समय बच्चे के सामने शीशा ना रखें. बच्चा घबरा सकता है.
- बहुत ज्यादा भीड़भाड़ वाली जगह पर मुंडन ना करवाएं और ना ही घर के बहुत सारे लोगों को लेकर जाएं. कम लोगों के बीच ही मुंडन सेरेमनी खत्म कर लें.
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