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नाश्ते में किन 5 इंडियन ब्रेकफास्ट को खाना नहीं है फायदेमंद, न्यूट्रिशनिस्ट ने बताया खाने का सही तरीका 

Worst Indian Breakfasts: नाश्ता अगर हेल्दी ना हो तो शरीर में ऊर्जा की कमी तो रहती ही है, साथ ही शरीर को जरूरी पोषक तत्व भी मिल जाते हैं. ऐसे में यहां ऐसे कौनसे भारतीय ब्रेकफास्ट हैं जो सेहत को फायदे के बजाय नुकसान पहुंचा सकते हैं और इन्हें खाने का सही तरीका क्या है. 

नाश्ते में किन 5 इंडियन ब्रेकफास्ट को खाना नहीं है फायदेमंद, न्यूट्रिशनिस्ट ने बताया खाने का सही तरीका 
Breakfasts You Should Avoid: जानिए नाश्ते में किन चीजों को खाने से करना चाहिए परहेज. 

Unhealthy Breakfast: भारतीय नाश्ता तेल वाला भी होता है और साथ ही कई डिशेज ऐसी हैं जिनमें पोषक तत्वों की मात्रा कम या ना के बराबर होती है. हेल्दी नाश्ते की बात की जाए तो इस कैटेगरी में उन फूड्स को रखा जाता है जो फाइबर प्रोटीन से भरपूर होते हैं. इससे लंबे समय तक पेट भरा हुआ भी रहता है और शरीर में ऊर्जा भी बनी रहती है. ज्यादातर लोगों को लगता है कि नाश्ता अगर भारतीय (Indian Breakfast) है और घर पर ही बना है तो सेहत से भरपूर ही होगा. लेकिन, न्यूट्रिशनिस्ट शाइनी सुरेंद्रन का कहना है कि कुछ भारतीय ब्रेकफास्ट सेहत के लिए अच्छे नहीं हैं और इन्हें सुबह के समय खाने से परहेज करना चाहिए. ऐसे में आप भी जान लीजिए कौनसी हैं ये नाश्ते की चीजें, कहीं इनमें आपके फेवरेट फूड्स तो नहीं हैं. 

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5 सबसे खराब भारतीय ब्रेकफास्ट | 5 Worst Indian Breakfasts

उपमा 

सूजी का उपमा (Upma) कार्ब्स से भरपूर होता है. इसे सूजी के अलावा वर्मिसेली यानी सेवइयां से भी बनाया जाता है. इसमें फाइबर और प्रोटीन नहीं होता है. न्यूट्रिशनिस्ट कहती हैं कि अगर उपमा को सिर्फ तड़का लगाकर तैयार किया जाए तो इससे शरीर को कुछ खासा पोषण नहीं मिलता है. उपमा हेल्दी बने इसके लिए सूजी के बजाय मिलेट का उपमा बनाएं या फिर रागी या मट्टा चावल लें और 50 से 70 प्रतिशत सब्जियां डालें जिससे इसमें फाइबर की मात्रा बढ़ जाए. इससे पेट लंबे समय तक भरा हुआ भी रहेगा. प्रोटीन बूस्ट के लिए मुट्ठीभर मटर इसमें डाले जा सकते हैं. 

पोहा 

पोहा हल्का नाश्ता है लेकिन इसमें सिर्फ कार्ब्स होते हैं. पोहा (Poha) बनाने के लिए सिंपल राइस फ्लेक्स यानी चिवड़ा के बजाय लाल चिवड़ा या फिर मिलेट पोहा का इस्तेमाल करें और इसमें भी 50 से 70 प्रतिशत सब्जियां डालें. आप चाहे तो इसमें 1 से 2 अंडे या टोफू भी डाल सकेत हैं ताकि इसमें प्रोटीन की मात्रा बढ़ जाए. 

स्मूदी बाउल 

सुनने में स्मूदी बाउल हेल्दी लगता है लेकिन इसमें फलों और ड्राई फ्रूट्स की सिंपल शुगर भरपूर मात्रा में होती है. इससे ब्लड शुगर स्पाइक (Blood Sugar Spike) हो सकता है. अगर आपको स्मूदी बाउल पसंद है तो साथ में अंडा भी खाएं जिससे शुगर स्पाइक ना हो. 

ब्रेड टोस्ट 

मैदा से बनने वाली ब्रेड तुरंत ब्लड शुगर को बढ़ा सकती है, खासकर तब जब इसे चीनी वाली चाय के साथ लिया जाता है. अगर आप ब्रेड लवर हैं तो सादा ब्रेड खाने के बजाय सब्जियों का सैंडविच या अंडे और ग्रीन चटनी का सैंडविच बनाकर खाएं. इससे शरीर को प्रोटीन और फाइबर भी मिलता है. मैदे की ब्रेड के बजाय आप सारडो ब्रेड खा सकते हैं. इससे न्यूट्रिएंट बूस्ट भी मिलेगा. 

पूड़ी और आलू 

न्यूट्रिशनिस्ट का कहना है कि सुबह के समय तला हुआ खाना अच्छी चॉइस नहीं है. इसमें मौजूद तेल और कैलोरीज वजन को बढ़ा सकती है और इससे ब्लड शुगर स्पाइक हो जाता है. 

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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