
- ठाणे नगर निगम ने हाईकोर्ट के आदेश पर अवैध इमारतों का ध्वस्तीकरण अभियान चलाया.
- लोगों ने ध्वस्तीकरण को लेकर नाराजगी व्यक्त की और दोषी अफसरों पर कार्रवाई की मांग की.
- लोगों के भारी विरोध प्रदर्शन को देखते हुए मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा.
महाराष्ट्र के ठाणे में नगर निगम ने दूसरे दिन भी ध्वस्तीकरण अभियान चलाया. बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश पर खान कंपाउंड में अंडरवर्ल्ड से जुड़ी करीब 17 अवैध इमारतों को गिराया जा रहा है. इन इमारतों में रहने वाले लोगों ने अभियान को लेकर नाराजगी जताई. एनडीटीवी की टीम मौके पर पहुंची तो लोगों ने कहा कि हमने मेहनत की कमाई से लाखों रुपये खर्च करके ये फ्लैट खरीदे हैं. बारिश के मौसम में हमें बेघर कर दिया गया है. हमारे साथ बुजुर्ग, बच्चे, महिलाएं हैं. ऐसे में हम कहां जाएंगे?
अफसरों पर मिलीभगत के लगाए आरोप
नगर निगम की कार्रवाई पर लोगों ने अपनी चिंता जाहिर की और सवाल उठाए. इमारतों में रहने वाले लोगों ने एनडीटीवी से बातचीत में दावा किया कि उनके पास फ्लैट के सभी दस्तावेज हैं. कई लोगों ने तो पिछले छह महीने में अपनी मेहनत की कमाई से 18 लाख, 15 लाख रुपये देकर फ्लैट खरीदे हैं. कई लोगों ने आरोप लगाए कि ठाणे नगर निगम के अधिकारियों की मिलीभगत से ही ये सब हुआ है. उन लोगों ने इससे पैसे कमाए और अब हमें बेघर कर रहे हैं.
बारिश में बेघर किया, अब कहां जाएंः लोग
इमारतों में रहने वाले लोगों ने कहा कि पुलिस हमें परिसर में न तो घुसने दे रही है और न ही निकलने दे रही है.अब हम कहां जाएंगे? हमारे साथ स्कूल जाने वाले बच्चे हैं, बुजुर्ग हैं. हम कैसे परिवार को संभालेंगे. कम से कम उन्हें ये तो सोचना चाहिए कि मानसून आ गया है. हमारे लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है. टीएमसी सिर्फ झूठे आश्वासन दे रही है. हम लोग अचानक से सड़क पर आ गए हैं.
विरोध को देखते हुए पुलिस बल तैनात
दूसरी तरफ, ध्वस्तीकरण अभियान के प्रभारी ठाणे नगर निगम के उपायुक्त ने कहा कि हम केवल बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेशों का पालन कर रहे हैं. निवासियों को न्यायालय के आदेश के बारे में सूचित और जागरूक किया जा रहा है. वे सहयोग कर रहे हैं. अभियान को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए हमारी मशीनरी तैयार है. वहीं अवैध इमारतों में रहने वाले लोगों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है.
हाईकोर्ट के आदेश का पालन कर रहे ः अफसर
ठाणे नगर निगम के डिप्टी कमिश्नर मनीष जोशी ने कहा कि हम अवैध इमारतों को गिराने के बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश का पालन कर रहे हैं. दूसरे दिन ध्वस्तीकरण अभियान और भी तेजी से चलाया जा रहा है. काम को जल्द पूरा करने के लिए अतिरिक्त मशीनरी बुलाई गई है. उन्होंने कहा कि इन इमारतों में रहने वाले लोगों ने एक दिन पहले भी विरोध प्रदर्शन किया था. हमने निवासियों को अदालत के आदेशों के बारे में सूचित किया है और अब वे सहयोग कर रहे हैं.
दोषी अफसरों पर कब गिरेगी गाज?
ठाणे की इन इमारतों पर बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश के बाद महानगर पालिका का बुलडोजर चल रहा है, लेकिन लोग सवाल उठा रहे हैं कि इन इमारतों को बनाने किसने दिया? क्या इसके लिए अधिकारी दोषी नहीं हैं? क्या उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होनी चाहिए? बहरहाल मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं. देखना ये है कितनी जल्दी ठाणे महानगर पालिका के दोषी अधिकारियों पर गाज गिरती है.
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