Nutritional Deficiencies: पोषक तत्वों की कमी का हमारी बॉडी और ब्रेन पर गहरा प्रभाव पड़ता है, जिसमें हमारे खाने की लालसा भी शामिल है. हमारा शरीर हमारे साथ कम्युनिकेट करता है जब हमारी शरीर में कुछ पोषक तत्वों और खनिजों की कमी होती है और ये क्रेविंग के रूप में हो सकते हैं. जब हम अनहेल्दी प्रोसेस्ड और मीठी चीजों का सेवन करते हैं, तो हम अपनी क्रेविंग (Craving) को पूरा करते हैं. यहां पोषक तत्वों की कमी और लालसा के बीच संबंध और उन कमियों के बारे में बताया गया है जो हाई शुगर (High Sugar) को ट्रिगर कर सकती हैं.
पोषक तत्वों की कमी और क्रेविंग के बीच संबंध:
हमारे शरीर को बेहतर ढंग से काम करने के लिए पोषक तत्वों, विटामिन और खनिजों की जरूरत होती है. इनमें से किसी भी पोषक तत्व की कमी के कारण कई शारीरिक और मनोवैज्ञानिक लक्षण दिखाई दे सकते हैं.
क्रेविंग उन तरीकों में से एक है जिससे हमारा शरीर अपनी पोषण संबंधी जरूरतों को कम्युनिकेट करने की कोशिश करता है. इसके साथ तनाव, नींद की कमी और अन्य लाइफस्टाइल फैक्टर भी पोषक तत्वों के एब्जॉर्ब्शन को इफेक्ट कर सकते हैं, जिससे कमियां और क्रेविंग हो सकती है. उदाहरण के लिए स्ट्रेस मैग्नीशियम लेवल को कम कर सकता है, जबकि कम नींद शरीर के मेटाबॉलिज्म को प्रभावित कर सकती है और जरूरी विटामिन और खनिजों को कम कर सकती है, जिससे प्रोसेस्ड फूड्स खाने की क्रेविंग हो सकती है.
इन पोषक तत्वों की कमी से होती है शुगर क्रेविंग:
1. क्रोमियम
क्रोमियम एक जरूरी मिनरल है जो हमारे ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित करते हुए इंसुलिन और ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करता है. क्रोमियम की कमी से इंसुलिन रेजिस्टेंस हो सकता है और शुगर क्रेविंग में बढ़ सकती है. प्रोसेस्ड शुगर और कार्बोहाइड्रेट वाले फूड्स इस समस्या को बढ़ा सकते हैं, जिससे इंसुलिन और ग्लूकोज लेवल में और असंतुलन हो सकता है. क्रोमियम की कमी के कुछ सामान्य लक्षणों में थकान, चिड़चिड़ापन और अवसाद शामिल हैं.
2. विटामिन बी 6
विटामिन बी 6 के कार्यों में अमीनो एसिड का मेटाबॉलाइजेशन और सेरोटोनिन और डोपामाइन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर का प्रोडक्शन शामिल है. विटामिन बी 6 की कमी से डिप्रेशन, मिजाज और लो एनर्जी लेवल हो सकता है, जो एक तुरंत एनर्जी के लिए शुगर क्रेविंग को ट्रिगर कर सकता है, जिन फूड्स में शुगर की मात्रा ज्यादा होती है, उन्हें अक्सर बेहतर महसूस करने के लिए सेवन किया जाता है.
3. जिंक
जिंक इम्यून फंक्शन और हेल्दी पाचन के लिए जरूरी है, लेकिन यह बैलेंस लेवल और कार्बोहाइड्रेट मेटाबॉलिज्म को रेगुलेट करने के लिए भी जिम्मेदार होता है. जिंक स्वाद और गंध की धारणा के लिए भी जरूरी है, जिससे स्वाद की कमी की भरपाई के लिए शुगर और नमक का अधिक सेवन किया जाता है. जिंक की कमी से एनर्जी लेवल कम हो सकता है, इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है और शुगर की तलब हो सकती है.
4. मैग्नीशियम
मैग्नीशियम एक जरूरी खनिज है जो शरीर में 300 से अधिक बायोकेमिकल रिएक्शन के लिए जिम्मेदार है. यह तंत्रिका और मांसपेशियों के कार्य में बड़ी भूमिका निभाता है, ब्लड शुगर लेवल को रेगुलेट करता है और आरामदायक नींद को बढ़ावा देता है. मैग्नीशियम की कमी से शुगर क्रेविंग हो सकती है, खासकर चॉकलेट के लिए, क्योंकि चॉकलेट मैग्नीशियम से भरपूर होती है. इसके अलावा, मैग्नीशियम की कमी मूड को प्रभावित कर सकती है, जिससे अवसाद और चिंता हो सकती है.
पोषक तत्वों की कमी हमारी क्रेविंग में बड़ी भूमिका निभाती है, जिसमें हाई शुगर का सेवन भी शामिल है.
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