How To Control Cholesterol With Diet: कोलेस्ट्रॉल मोम जैसा एक पदार्थ होता है, जो शरीर की सभी कोशिकाओं में पाया जाता है. यह कोशिकाओं की दीवारों, नर्वस सिस्टम के सुरक्षा कवच और हॉर्मोस के निर्माण में अहम भूमिका निभाता है. यह प्रोटीन के साथ मिलकर लिपोप्रोटीन बनाता है. शरीर में दो तरह के कोलेस्ट्रॉल होते हैं HDL एचडीएल अच्छा कोलेस्ट्रॉल और LDL एलडीएल बुरा कोलेस्ट्रॉल. बैड कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) खून के बहाव में रूकावट पैदा करने का काम कर सकता है. कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए हमारी डाइट अहम मानी जाती है. हेल्दी डाइट का सेवन कर कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल किया जा सकता है. तो चलिए जानते हैं कोलेस्ट्रॉल में किन चीजों का सेवन करना चाहिए और किन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए.
कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए ऐसी रखें अपनी डाइट- What To Eat In High Cholesterol:
1. फिश-
मछली को ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर माना जाता है. जो ब्लड सर्कुलेशन में ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने में मदद करती है. मछली के सेवन से खराब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम किया जा सकता है.
2. अलसी-
अलसी को सेहत के लिए फायदेमदं माना जाता है. अलसी के बीज कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकते हैं. आप इसे सलाद, स्मूदी और ओट्स में खा सकते हैं.
3. ग्रीन टी-
कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मददगार है ग्रीन टी. ग्रीन टी को एंटीऑक्सीडेंट और कई पोषक तत्वों से भरपूर माना जाता है. ग्रीन टी के सेवन से कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिल सकती है.
कोलेस्ट्रॉल में क्या नहीं खाएं- What Not To Eat In High Cholesterol:
1. मीट-
अगर आपका कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ है तो आप भूलकर भी मीट का सेवन न करें. मीट में पाए जाने वाले तत्व कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने का काम कर सकते हैं.
2. चिकन-
चिकन लवर्स हैं तो सावधान, कोलेस्ट्रॉल में चिकन का सेवन हानिकारक हो सकता है. अगर आपका कोलेसट्रॉल बढ़ रहा है तो आप चिकन से दूरी बना के रखें.
3. डेयरी प्रोड्क्ट-
ज्यादा फैट वाले दूध, पनीर जैसी चीजों का सेवन बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल में न करें. कोलेस्ट्रॉल के मरीजों को फुल फैट वाले दूघ, पनीर से दूरी बना के रखनी चाहिए.
Polycystic Ovary Syndrome (PCOS): डाइट कंट्रोल करेगी पीसीओएस! जानें Expert से...
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.