
UPSC Result 2024: हाल ही में यूपीएससी ने सीएसई परीक्षा के नतीजे घोषित किए थे. इस परीक्षा में शक्ति दुबे ने टॉप किया है. उन्हें हर तरफ से बधाइयां मिल रही है. शक्ति दुबे ने ये परीक्षा 5वीं बार में पास की थी. सालों की मेहनत के बाद उन्होंने आखिरकार टॉप किया. शक्ति दुबे के टॉप करने के बाद रिटायर्ड ऑफिसर यशोवर्धन झा आजाद ने एक पोस्ट किया जिसमें उन्होंने पास होने की बधाइयां दी लेकिन साथ में परीक्षा को लेकर युवाओं के बारे में काफी कुछ कहा.
युवा कर रहे समय बर्बाद
दरअसल, उन्होंने पोस्ट में कहा कि शिखा दुबे को बधाई, जिन्होंने यूपीएससी के नतीजों में पहला स्थान प्राप्त किया है. लेकिन 5 प्रयासों का मतलब है 6 साल की मेहनत - युवाओं के बेहतरीन साल कोचिंग में बर्बाद हो गए. 5 लाख ऐसे थे जिन्होंने कोशिश की और कोशिश करते रहे. क्या हमें अपने बहुमूल्य युवाओं को परीक्षा में सालों साल बर्बाद करने के लिए मजबूर करना चाहिए? इन सालों में, वे किसी क्षेत्र में महारत हासिल कर सकते थे और बाद में अगर वे चाहें तो आगे चलकर शामिल हो सकते थे,और अधिक योगदान दे सकते थे. हमारी परीक्षा और इंटरव्यू का पैटर्न बदलनी चाहिए.
Congratulations to Shikha Dubey, ranking first in UPSC result. But 5 attempt means 6 years of toil - the best years of youth gone in coaching? There were 5 lakhs who tried and keep trying. Should we subject our precious youth to waste years & years on an exam. In these years,…
— Yashovardhan Jha Azad (@yashoazad) April 23, 2025
केवल 2 मौके मिलने चाहिए
हम सबसे अच्छे नियामक हैं और इसके लिए आपको नेतृत्व, रीढ़, ईमानदारी और प्रतिबद्धता की जरूरत है, जिसमें सामान्य ज्ञान भी हो. 25 वर्ष की आयु सीमा के साथ केवल 2 मौके देना सबसे अच्छा है. यूपीएससी के प्रति यह जुनून देश को भारी नुकसान पहुंचा रहा है, युवाओं को 5 से 6 साल तक गलत तरीके से रोजगार दे रहा है. कोचिंग संस्थान बैंक तक जाकर हंस रहे हैं.
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