Career in Stock Market: अगर आपको चार्ट्स देखना अच्छा लगता है, मार्केट मूवमेंट समझने में दिलचस्पी है या हर दिन स्टॉक प्राइस चेक करना आपकी आदत बन चुकी है, तो आप स्टॉक मार्केट में करियर बना सकते हैं. आज ट्रेडिंग सिर्फ शौक नहीं, बल्कि एक प्रोफेशनल करियर ऑप्शन बन चुका है. सही गाइडेंस से आप ट्रेडिंग एक्सपर्ट बन सकते हैं. तो चलिए जानते हैं स्टॉक मार्केट में करियर कैसे बना सकते हैं.
स्टॉक मार्केट में करियर का क्रेज क्यों बढ़ रहा है
भारत में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) दो प्रमुख एक्सचेंज हैं, जहां हर दिन लाखों लोग ट्रेडिंग करते हैं. डिपॉजिटरीज के लेटेस्ट आंकड़ों पर नजर डालें तो जुलाई 2025 तक भारत में 20 करोड़ से ज्यादा डीमैट अकाउंट्स हैं. डिजिटल ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स, मोबाइल ऐप्स और सोशल मीडिया ने स्टॉक मार्केट को आम लोगों तक पहुंचा दिया है. यही वजह है कि अब स्टॉक मार्केट में करियर बनाने के कई रास्ते खुल चुके हैं.
स्टॉक मार्केट में काम करने के क्या-क्या मौके हैं
अगर आप स्टॉक मार्केट में पारंपरिक जॉब करना चाहते हैं, तो आपके पास चुनने के लिए कई तरह की फर्में होती हैं. इनमें स्टॉक ब्रोकिंग फर्म, स्टॉक एक्सचेंज (BSE/NSE), क्लियरिंग कॉर्पोरेशन, कस्टोडियन, म्यूचुअल फंड या पेंशन फंड कंपनियां, निवेश बैंकिंग फर्म और रिसर्च इंस्टीट्यूट शामिल हैं. इन जगहों पर अलग-अलग रोल्स में काम किया जा सकता है.
Stock Market में मिलने वाले प्रमुख जॉब रोल्स
1. स्टॉक ब्रोकर- क्लाइंट्स के लिए शेयर खरीदना-बेचना.
2. इन्वेस्टमेंट एडवाइजर या फाइनेंशियल एडवाइजर- निवेशकों को सही इन्वेस्टमेंट गाइडेंस देना
3. ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडर- खुद के लिए शेयरों में ट्रेडिंग कर मुनाफा कमाना
4. पोर्टफोलियो मैनेजर- क्लाइंट्स के लिए निवेश पोर्टफोलियो तैयार करना
5. इक्विटी या रिसर्च एनालिस्ट- कंपनियों का एनालिसिस कर बाय-सेल रिकमेंडेशन देना
6. फाइनेंशियल एनालिस्ट- फाइनेंशियल डेटा और रिपोर्ट्स का एनालिसिस
7. मार्केट रिसर्चर- मार्केट ट्रेंड्स और इंवेस्टमेंट पैटर्न पर रिसर्च करना
8. इंश्योरेंस या म्यूचुअल एडवाइजर- इंश्योरेंस या म्यूचुअल फंड बेचने और गाइड करने का काम
स्टॉक मार्केट में करियर के लिए जरूरी कोर्स
1. कॉमर्स या फाइनेंस बैकग्राउंड
अगर आप 12वीं के बाद से ही ट्रेडिंग में करियर बनाना चाहते हैं, तो कॉमर्स या फाइनेंस स्ट्रीम चुनना बेहतर रहेगा. इससे आपको मार्केट बेसिक्स, अकाउटिंग और इन्वेस्टमेंट कॉन्सेप्ट की शुरुआती समझ मिलेगी.
2. टॉप प्रोफेशनल कोर्सेस एंड सर्टिफिकेशन
जो लोग प्रोफेशनल लेवल पर करियर बनाना चाहते हैं, उनके लिए कई तरह के कोर्स मौजूद हैं. इनमें सबसे पॉपुलर CFA (Chartered Financial Analyst) है. यह इंटरनेशनल सर्टिफिकेशन आपको फाइनेंशियल एनालिसिस, रिपोर्टिंग, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट और एथिक्स जैसे विषयों की गहरी जानकारी देता है. इस कोर्स के बाद आप रिसर्च एनालिस्ट या फंड मैनेजर के तौर पर काम कर सकते हैं. इसके लिए क्वालिफिकेशन बैचलर डिग्री चाहिए. रिसर्च एनालिस्ट या फंड मैनेजर बनकर करियर बना सकते हैं.
3. फाइनेंशियल रिस्क मैनेजर (FRM)
फाइनेंशियल रिस्क मैनेजर का कोर्स भी काफी पॉपुलर है, जो GARP, SA चलाता है. यह कोर्स आपको रिस्क मैनेजमेंट, डेरिवेटिव्स और बैंकिंग इंडस्ट्री से जुड़ी समझ देता है. इसे करने के लिए ग्रेजुएशन जरूरी नहीं है, लेकिन फाइनेंशियल फील्ड में दो साल का एक्सपीरिएंस जरूरी है.
4. मास्टर इन फाइनेंस या MBA फाइनेंस
आप मास्टर इन फाइनेंस या MBA फाइनेंस भी कर सकते हैं, जो आपको वित्तीय बाजार की लगभग हर बारीकी से समझाता है और अगर आप कम खर्च में एक मान्यता प्राप्त सर्टिफिकेट चाहते हैं, तो NISM सर्टिफिकेशन सबसे अच्छा विकल्प है. यह SEBI द्वारा मान्यता प्राप्त है और भारत में कई जॉब रोल्स के लिए अनिवार्य भी है.
स्टॉक मार्केट करियर में सैलरी और ग्रोथ
स्टॉक मार्केट में करियर की शुरुआत में आपकी इनकम भले ही कम हो, लेकिन एक्सपीरिएंस के साथ यह कई गुना बढ़ती जाती है. शुरुआती दो सालों में एक एनालिस्ट या ट्रेडर के तौर पर सालाना 3 से 6 लाख रुपये तक की कमाई हो सकती है. तीन से पांच साल के अनुभव के बाद आप इन्वेस्टमेंट एडवाइजर या रिसर्च एनालिस्ट के रूप में 6 से 12 लाख रुपये तक कमा सकते हैं. वहीं, अगर आपके पास पांच साल से ज़्यादा का अनुभव है, तो आप पोर्टफोलियो मैनेजर या फंड मैनेजर के रूप में 15 से 50 लाख रुपये सालाना तक की सैलरी पा सकते हैं. इस सेक्टर में स्किल्स और परफॉर्मेंस जितना बेहतर होगा, ग्रोथ उतनी ही तेज होगी.
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