JEE Mains Exam: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) जनवरी में होने वाले JEE Main सहित अपने एंट्रेंस एग्जाम के लिए कैंडिडेट्स के लिए फेशियल रिकग्निशन शुरू कर सकती है. फेशियल रिकग्निशन से एग्जाम सेंटर्स पर सिक्योरिटी के तरीके बेहतर होने की उम्मीद है. यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने इस साल मई में NEET-UG एग्जाम के दौरान फेस ऑथेंटिकेशन किया था. एजुकेशन मिनिस्ट्री के एक सीनियर अधिकारी ने इसकी जानकारी दी थी. एनटीए अपनी परीक्षा में सिक्योरिटी को और ज्यादा टाइट बनाने की तैयारी में है.
प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट
यह दिल्ली के कुछ चुनिंदा सेंटर्स पर एक “प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट”, एक पायलट था. इसमें कैंडिडेट्स की पहचान वेरिफाई करने के लिए आधार-बेस्ड फेस ऑथेंटिकेशन शामिल था. NEET-UG के बाद मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के एक प्रेस नोट में कहा गया कि इस कोशिश ने इसके भविष्य में इस्तेमाल की संभावना और यह एंट्रेंस एग्जाम के दौरान नकल की कोशिशों को काफी हद तक रोकने में कैसे भूमिका निभा सकता है.
सितंबर में जारी एक पब्लिक नोटिस में, NTA ने JEE (Main) 2026 के कैंडिडेट्स से यह पक्का करने को कहा कि उनका आधार कार्ड सही नाम, डेट ऑफ बर्थ, लेटेस्ट फोटो, पता और पिता के नाम के साथ अपडेटेड हो. अक्टूबर में एक और नोटिस में, NTA ने कहा कि वह आधार ऑथेंटिकेशन के जरिए UIDAI से नाम, जन्मतिथि, फोटो और पता जैसी डिटेल्स लेगा. ISRO के पूर्व चेयरमैन के राधाकृष्णन की हेड वाली एक कमिटी ने पिछले साल एक रिपोर्ट में “एग्जाम की ईमानदारी बनाए रखने के लिए” बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन समेत बेहतर सिक्योरिटी उपायों की सिफारिश की थी.
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