
Doctot Without NEET: हर साल लाखों उम्मीदवार नीट की परीक्षा देते हैं, लेकिन बहुत स्टूडेंट्स ऐसे होते हैं जिनका ये सपना पूरा नहीं हो पाता है. लेकिन डॉक्टर बनना तो उनका सपन होता है, इस सपने को छोड़ना इतना आसान नहीं होता है. नीट की परीक्षा में अगर आप पास नहीं पाते हैं तो आपकी तैयारी बेकार नहीं जाएगी, क्योंकि आपके लिए ऐसे कई मेडिकल ऑफ्शन हैं, जहां पर आप अपने नाम के आगे डॉक्टर लिखवा सकते हैं. चलिए जानते हैं आप बिना नीट के डॉक्टर कैसे बन सकते हैं. आप पैरामेडिकल कोर्स की तरफ अपना कदम बढ़ा सकते हैं. आजकल शॉर्ट-टर्म कोर्स के रूप में पैरामेडिकल कोर्स युवाओं को खूब पसंद आ रहा है.
मेडिकल फील्ड में पैसा भी अच्छा है और करियर डूबने का तो सवाल ही नहीं है. ऐसे में आपके पास पैरामेडकल कोर्सेस में भी कई ऑप्शन है, इन कोर्सेस को आप सरकारी कॉलेजों से कर सकते हैं और करियर बना सकते हैं.
12वीं के बाद आप इन कोर्सेस को कर सकते हैं, डिटेल्स में आगे जानिए.
डिप्लोमा इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी (DMLT)-ये कोर्स मेडिकल लैब टेक्निकल चीजों के बारे में है. जहां पर जांच करना सीखते हैं. आजकल कोई भी बीमारी का इलाज बिना किसी जांच के नहीं होता है.
रेडियोलॉजी और इमेजिंग टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा (DRIT)-यह उम्मीदवारों को एक्स-रे का उपयोग करके प्रयोगशाला परीक्षण और रेडियोग्राफिक परीक्षण करने के विभिन्न तरीकों को सिखाता है.
ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा (dott)- अस्पतालों में विशेषज्ञों और विशेषज्ञों द्वारा उपयोग किए जाने वाले सर्जिकल और उपचार उपकरणों के काम और संचालन में छात्रों को तैयार किया जाता है. ऑपरेशन थियेटर टेक्नोलॉजी कोर्स में डिप्लोमा एक 2 साल का डिप्लोमा कोर्स है.
ऑप्टोमेट्री में डिप्लोमा (Optometry)-आंखों के डॉक्टर बनना है तो आपको ऑप्टोमेट्री की पढ़ाई करनी चाहिए. इसमें आपको आई स्क्रीनिंग आर्थोपेडिक्स और दृष्टि प्रशिक्षण, आंशिक दृष्टि, रंग अंधापन और वंशानुगत दृष्टि दोष वाले रोगियों के ऑप्टोमेट्रिस्ट परामर्श, और चश्मा, संपर्क लेंस जैसी परेशानी से बचाने के लिए तैयार किया जाता है.
बीएससी नर्सिंग (Bsc Nursing):-12वीं के बाद नर्सिंग कोर्स कर आप मेडिकल फील्ड में जा सकते हैं, ये कोर्स तीन साल का होता है, इसके बाद आपके बाद और भी कई ऑप्शन होते हैं, जैसे सीएमएस एवं ईडी कोर्स जो दवाईयों से संबंधित होता है, इसे करने के लिए आपके पास नर्सिंग की डिग्री होनी चाहिए.
स्वास्थ्य एवं अस्पताल प्रबंधन में डिप्लोमा (DHHM)- ये कोर्स आज के समय को ध्यान रखकर बनाया गया है. भारत स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों में प्रबंधकीय जिम्मेदारियों के लिए और स्किल को सीखाने के लिए किया जाता है.
इन कोर्सेस को करने के लिए आपके पास कई अच्छे संस्थान हैं जहां से आप ये पैरामेडिकल कोर्स कर सकते हैं. कुछ कॉलेज में आप एंट्रेंस एग्जाम के जरिये दाखिला ले सकते हैं, तो कुछ कॉलेज में मेरिट लिस्ट के आधार पर भी दाखिला स्वीकार किए जाते हैं।
- अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS)
- जामिया मिल्लिया इस्लामिया (JMI)
- बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU)
- मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, नई दिल्ली
- क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (CMC)
- जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज (JNMC)
- एमिटी यूनिवर्सिटी
- किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी
Paramedical Career Option: कितना मिलेगी सैलरी
12वीं के बाद पैरामेडिकल में डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स पूरा करने के बाद आप शुरुआती दौर में सालाना चार से पांच लाख तक की सैलरी पा कर सकते हैं. इसके अलावा अपनी योग्यता और अनुभव के आधार पर आप सैलरी बढ़ती है.
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