उत्तर प्रदेश सरकार ने रविवार को COVID-19 के प्रकोप के बीच, राज्य बोर्ड के तहत कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्रों के मूल्यांकन के लिए नए फॉर्मूले की घोषणा की.
उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने सूत्र बताते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (यूपीएमएसपी) के तहत पढ़ने वाले कक्षा 12वीं के छात्रों के परिणाम की गणना करने के लिए, कक्षा 10वीं में प्राप्त अंकों का 50 प्रतिशत, कक्षा 11 के वार्षिक में प्राप्त अंकों का 40 प्रतिशत परीक्षा या अर्धवार्षिक परीक्षा और कक्षा 12वीं के प्री-बोर्ड में प्राप्त अंकों के 10 प्रतिशत पर विचार किया जाएगा.
शर्मा ने कहा, कक्षा 10वीं के लिए, कक्षा 9वींमें प्राप्त 50 प्रतिशत अंक और कक्षा 10वीं के प्री-बोर्ड में प्राप्त 50 प्रतिशत अंकों पर विचार किया जाएगा. मंत्री ने यह भी कहा कि 2021 में बोर्ड परीक्षाओं के लिए 56,04,628 छात्रों ने अपना पंजीकरण कराया है. कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा के लिए कुल 29,94,312 छात्रों ने पंजीकरण कराया है, जिसमें 29,74,487 संस्थागत परीक्षार्थी और 19,825 निजी परीक्षार्थी शामिल हैं.
कक्षा 12वीं के लिए, कुल 26,10,316 छात्रों ने बोर्ड परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया है. इसमें 25,17,658 संस्थागत परीक्षार्थी और 92,658 निजी परीक्षार्थी शामिल हैं.
दिनेश शर्मा ने कहा कि फार्मूला बनाने के लिए 11 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है. समिति को इस संबंध में 3,910 सुझाव प्राप्त हुए.
डिप्टी सीएम ने यह भी बताया कि 2021 की परीक्षा के लिए कोई मेरिट लिस्ट नहीं होगी. छात्र (2021 के लिए पंजीकृत), जो सुधार परीक्षा में शामिल होना चाहते हैं, वे अगली बोर्ड परीक्षा में बिना किसी परीक्षा शुल्क के उपस्थित हो सकते हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं