
सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को CBSE (Central Board of Secondary Education) और ICSE (Indian Certificate of Secondary Education) बोर्ड की बची हुई परीक्षाएं कराने के खिलाफ डाली गई याचिकाओं पर सुनवाई की. कोर्ट ने ICSE से परीक्षा रद्द करने के लेकर सवाल किया और कहा कि बोर्ड इस संबंध में जल्दी फैसला ले. इस मामले में अगली सुनवाई 25 जून को होनी है. जुलाई महीने में बोर्ड की बची हुई परीक्षाएं होनी हैं, जिसके खिलाफ अभिभावकों की ओर से याचिकाएं डाली गई हैं. इसमें कहा गया है कि कोविड-19 के संक्रमण के बीच बोर्ड को ये परीक्षाएं रद्द कर देनी चाहिए.
मंगलवार को हुई सुनवाई में SC ने ICSE से जुलाई में आयोजित की जा रही परीक्षाओं को रद्द करने के बारे में फैसला करने को कहा. ICSE ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि केंद्र को फैसला लेने के लिए कोर्ट कहेगा और सरकार का जो भी फैसला होगा, बोर्ड उसका पालन करने के लिए सहमत है.
बता दें कि काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) ने कुछ समय पहले ही 10वीं और 12वीं के बचे पेपर्स की परीक्षा के लिए टाइम टेबल जारी किया था. ये परीक्षाएं जुलाई में होने वाली हैं. टाइम टेबल के अनुसार, ICSE बोर्ड कक्षा 10वीं की परीक्षा 2 जुलाई से 12 जुलाई तक संचालित होनी है. लेकिन अब इसमें पेंच फंसता दिख रहा है. मामले को लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट. में भी याचिका दाखिल की गई है
इसके अलावा CBSE की परीक्षाओं के खिलाफ भी कोर्ट ने सुनवाई की है. सुनवाई के दौरान CBSE और केंद्र ने कहा कि दोनों आखिरी फैसले पर पहुंचने के लिए तेजी से बातचीत कर रहे हैं. सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि वो छात्रों की चिंता समझते हैं. उन्होंने कहा कि बोर्ड की शेष परीक्षाओं को रद्द करने की चर्चा एडवांस स्टेज पर है और इस पर कल शाम तक फैसला हो सकता है. केंद्र और सीबीएसई ने कल तक का समय मांगा है. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई भी 25 जून की दोपहर 2 बजे तक टाल दी है.
बता दें कि अभिभावकों की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका डालकर मांग की गई है कि बात लाखों छात्रों की है. अगर वो एग्जाम के लिए एग्जाम हॉल में इकट्ठा होंगे तो उनको कोविड-19 के संक्रमण का डर है. इस याचिका में मांग की गई है कि चूंकि AIIMS के डेटा में यह कहा गया है कि कोरोनावायरस अपने पीक पर होगा, ऐसे में CBSE का एग्जाम कराना स्वार्थपूर्ण है और इसलिए 18 मई को डेटशीट जारी करने वाले नॉटिफिकेशन को खारिज किया जाना चाहिए.
Video: ICSE की परीक्षाएं रद्द करने की मांग
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