पुणे:
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सीबीएसई स्कूलों में नियामक तंत्र (रेगुलेटर मकेनिज्म) की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि जहां तक शिक्षा की गुणवत्ता और अनुचित फीस लेने का सवाल है तो स्कूलों को जवाबदेह बनाया जाएगा.
जावड़ेकर ने पुणें में कहा, ‘‘देश में सीबीएसई स्कूल हैं और मैं शिक्षा (के क्षेत्र में) निजी निवेश का स्वागत करता हूं क्योंकि शिक्षा की गुणवत्ता की जरूरत है. हालांकि यह प्रकाश में आया है कि सम्बद्धता हासिल करने के बाद इन (सीबीएसई) स्कूलों पर कोई रोक नहीं होती.’’
उन्होंने यहां कहा, ‘‘यहां तक कि राज्य सरकार के अधिकारी भी सीबीएसई स्कूलों में नहीं जाते. मैं इस पर रोक लगाऊंगा और जवाबदेही होगी क्योंकि इन स्कूलों को अच्छी शिक्षा देने के साथ ही उचित फीस लेगी होगी.’’ जावड़ेकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से आयोजित दो दिवसीय पश्चिम क्षेत्र कार्यशाला का उद्घाटन करने के बाद बोल रहे थे. कार्यशाला का उद्देश्य स्कूली शिक्षा के लिए नवाचार और सर्वश्रेष्ठ तरीकों को साझा करना था.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
जावड़ेकर ने पुणें में कहा, ‘‘देश में सीबीएसई स्कूल हैं और मैं शिक्षा (के क्षेत्र में) निजी निवेश का स्वागत करता हूं क्योंकि शिक्षा की गुणवत्ता की जरूरत है. हालांकि यह प्रकाश में आया है कि सम्बद्धता हासिल करने के बाद इन (सीबीएसई) स्कूलों पर कोई रोक नहीं होती.’’
उन्होंने यहां कहा, ‘‘यहां तक कि राज्य सरकार के अधिकारी भी सीबीएसई स्कूलों में नहीं जाते. मैं इस पर रोक लगाऊंगा और जवाबदेही होगी क्योंकि इन स्कूलों को अच्छी शिक्षा देने के साथ ही उचित फीस लेगी होगी.’’ जावड़ेकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से आयोजित दो दिवसीय पश्चिम क्षेत्र कार्यशाला का उद्घाटन करने के बाद बोल रहे थे. कार्यशाला का उद्देश्य स्कूली शिक्षा के लिए नवाचार और सर्वश्रेष्ठ तरीकों को साझा करना था.
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