नई दिल्ली: मेडिकल के छात्रों के लिए तमिलनाडु सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है. दरअसल, तमिलनाडु विधानसभा ने एक बिल पास किया है, जिसमें सरकारी स्कूलों के छात्रों के लिए UG मेडिकल कॉलेजों में 7.5% आरक्षण प्रदान किया गया है. इससे सीधे तौर पर ऐसे छात्रों को फायदा पहुंचेगा, जो NEET परीक्षा पास तो करते हैं, लेकिन उन्हें सीटें नहीं मिल पाती हैं. ये बिल मेडिकल छात्रों के हित में एक बड़ा फैसला है.
बता दें कि परीक्षा स्थगित करने के तमाम विरोधों और मांग के बीच नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने हाल ही में 13 सितंबर को सफलतापूर्वक नीट की परीक्षा आयोजित की. नीट की परीक्षा में देशभर के 15 लाख से अधिक छात्रों ने आवेदन किया था, जिसमें 80 से 90 फीसदी छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे. वहीं, अब नीट परीक्षा के बाद छात्रों को अपने रिजल्ट का इंतजार है.
वहीं, दूसरी ओर द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के सांसद टीआर बालू ने सोमवार को लोकसभा में यह मुद्दा उठाया था कि तमिलनाडु बोर्ड से पास होने वाले छात्रों को राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) में समस्याओं का सामना करना पड़ता है, क्योंकि नीट परीक्षा CBSE पाठ्यक्रम के आधार पर आयोजित की जाती है.
लोकसभा में DMK नेता ने कहा कि प्लस 2 परिणामों के बाद एक महीने के भीतर, छात्रों को NEET परीक्षा देनी होती है और वे उनके लिए क्लूलेस होती है, क्योंकि वे सीबीएसई पाठ्यक्रम के विषय को नहीं जानते हैं. ऐसे में वह असहाय महसूस करते हैं और आत्महत्या कर लेते हैं. भविष्य में होने वाले भारत के डॉक्टर आत्महत्या कर लेते हैं.