NEET 2017: CBSE ने जारी की आंसर शीट
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) को सोमवार को सुप्रीम कोर्ट से राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा यानि नीट के नतीजे घोषित करने की अनुमति मिलने के बाद बोर्ड ने इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी है. बोर्ड ने नीट-2017 की आंसर शीट जारी कर दी है. उम्मीदवारों को अपनी आपत्ति दो दिनों के अंदर दर्ज करानी होगी.
बीएसई की ऑफिशियल वेबसाइट cbseneet.nic.in पर अपने रजिस्ट्रेशन नम्बर और पासर्वड की सहायता से लोगिन करें. अब जिस सवाल को आपको चुनौती देने है उसके लिए आपको 1000 रुपए फीस देनी होगी.
क्या है पूरा मामला ?
इस साल नीट का एग्जाम हिंदी और अंग्रेजी के अलावा अन्य आठ भाषाओं में हुआ था. मद्रास हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल कर यह बात कही गई थी कि स्थानीय भाषाओं में पूछे गए सवाल अंग्रेजी भाषा में पूछे गए सवालों के मुकाबले आसान थे. वहीं गुजरात हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल कर कहा गया था कि गुजराती में पूछे गए सवाल अंग्रेजी के मुकाबले कठिन थे. गुजरात में नीट मामले पर सुनवाई की गई थी. वहीं सीबीएसई ने इस मामले में कहा था कि सभी पेपरों को मॉडरेटरों ने तय करके एक ही लेवल का निकाला था. बोर्ड का कहना है कि सभी भाषा में पेपर का डिफिकल्टी लेवल एक जैसा ही था.
मेडिकल में एडमिशन के लिए होता है नीट का आयोजन
नीट का आयोजन मेडिकल और डेंटल कॉलेज में एमबीबीएस और बीडीएस कोर्सेस में प्रवेश के लिए किया जाता है. इस परीक्षा के द्वारा उन कॉलेजों में प्रवेश मिलता है, जो मेडिकल कांउसिल ऑफ इंडिया और डेटल कांउसिल ऑफ इंडिया के द्वारा संचालित किया जाता है.
65 हजार एमबीबीएस और 25 हजार बीडीएस सीटों के लिए देशभर में 7 मई 2017 को 103 शहरों के 1921 केंद्रों पर इस परीक्षा का आयोजन कराया गया था. इस साल नीट की परीक्षा हिंदी और अंग्रेजी के अलावा अन्य आठ भाषाओं में हुई थी. परीक्षा में कुल 11 लाख 38 हजार 890 छात्रों ने भाग लिया था, जिनमें 1522 एनआरआई और 613 विदेशी छात्र भी शामिल हुए थे.
बीएसई की ऑफिशियल वेबसाइट cbseneet.nic.in पर अपने रजिस्ट्रेशन नम्बर और पासर्वड की सहायता से लोगिन करें. अब जिस सवाल को आपको चुनौती देने है उसके लिए आपको 1000 रुपए फीस देनी होगी.
क्या है पूरा मामला ?
इस साल नीट का एग्जाम हिंदी और अंग्रेजी के अलावा अन्य आठ भाषाओं में हुआ था. मद्रास हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल कर यह बात कही गई थी कि स्थानीय भाषाओं में पूछे गए सवाल अंग्रेजी भाषा में पूछे गए सवालों के मुकाबले आसान थे. वहीं गुजरात हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल कर कहा गया था कि गुजराती में पूछे गए सवाल अंग्रेजी के मुकाबले कठिन थे. गुजरात में नीट मामले पर सुनवाई की गई थी. वहीं सीबीएसई ने इस मामले में कहा था कि सभी पेपरों को मॉडरेटरों ने तय करके एक ही लेवल का निकाला था. बोर्ड का कहना है कि सभी भाषा में पेपर का डिफिकल्टी लेवल एक जैसा ही था.
मेडिकल में एडमिशन के लिए होता है नीट का आयोजन
नीट का आयोजन मेडिकल और डेंटल कॉलेज में एमबीबीएस और बीडीएस कोर्सेस में प्रवेश के लिए किया जाता है. इस परीक्षा के द्वारा उन कॉलेजों में प्रवेश मिलता है, जो मेडिकल कांउसिल ऑफ इंडिया और डेटल कांउसिल ऑफ इंडिया के द्वारा संचालित किया जाता है.
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65 हजार एमबीबीएस और 25 हजार बीडीएस सीटों के लिए देशभर में 7 मई 2017 को 103 शहरों के 1921 केंद्रों पर इस परीक्षा का आयोजन कराया गया था. इस साल नीट की परीक्षा हिंदी और अंग्रेजी के अलावा अन्य आठ भाषाओं में हुई थी. परीक्षा में कुल 11 लाख 38 हजार 890 छात्रों ने भाग लिया था, जिनमें 1522 एनआरआई और 613 विदेशी छात्र भी शामिल हुए थे.
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