
NDTV Yuva Conclave: आज के समय में युवाओं के अंदर करियर को लेकर कई तरह की आकांक्षाए हैं. एक समय ऐसा था जहां पर करियर को लेकर उतने ऑप्शन नहीं थे. लेकिन आज के समय में युवाओं के पास करियर को लेकर ऑप्शन भी बहुत हैं. वहीं कई ऐसे युवा हैं जो अपने करियर को पैशन बनाना चाहते हैं लेकिन ये डर भी साथ में होता है कि अच्छी लाइफ के लिए सिक्योरिटी होनी चाहिए. जिसकी वजह से कई बार करियर और पैशन दोनों अलग-अलग चुन लेते हैं. ऐसे में युवा दो जिंदगी जीने लगता है. ये समस्या आज के समय ज्यादातर लोगों के साथ है. इस परेशानी का क्या समाधान है इसे लेकर आचार्य प्रशांत ने कई सारी बताईं हैं जिससे आपको अपने करियर में मदद मिलेगी.
करियर और पैशन को साथ ऐसे लेकर जा सकते हैं
NDTV Yuva Conclave में आचार्य प्रशांत (Acharya Prashant) ने बताया कि युवा करियर और पैशन को कैसे एक साथ लेकर आगे बढ़ सकते हैं? उन्होंने कहा कि जब भी शब्द संतुलन आएगा, तो असंतुलन पैदा हो जाएगा. क्योंकि संतुलन का मतलब ही होता है, दो चीजों को साथ लेकर चलने की कोशिश, जिनको साथ लेकर चलना बड़ा मुश्किल होता है. करियर और पैशन में से किसी एक को कर लिया, तो जीवन में मौज है. लेकिन दोनों को संतुलित करने की कोशिश करेगा, तो हर तरीके से असंतुलित हो जाएगा. वर्क लाइफ बैलेंस ऐसी खाई होती है, जिसे पाटा नहीं जा सकता है.
अपने पैशन में आपको बेस्ट होना होगा
अगर पैशन और करियर दोनों को पाटने की कोशिश करेंगे, तो आदमी ऐसा हो जाता है, जाता है जैसे दो नाव में सवार. फिर कई तरह की मानसिक समस्याएं पैदा होती है, फिर जिंदगी में एक भाव रहता है कि कुछ गलत जा रहा है.' लेकिन आपका पैशन ऐसा होना चाहिए कि उसमें आप बेस्ट हों. क्योंकि आप अगर किसी भी चीज में बेस्ट होते हैं तो फिर आपके लिए कई रास्ते खुल जाते हैं, दुनिया कई लोग ऐसे होंगे जो इसे पसंद करेंगे.इसलिए मन की शांति और भेड़-चाल से बचने के लिए आपको एक डिसिजन तो लेना होगा.
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