नयी दिल्ली:
ऑनलाइन टैक्स-फाइलिंग प्लेटफॉर्म क्लियरटैक्स ने चार्टर्ड अकाउंटेंट्स और टैक्स रिटर्न तैयार करने वाले विशेषज्ञों के लिए वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संबंधी ई-लर्निंग किट शुरू की है. कंपनी ने कहा है कि वह 2.5 लाख से अधिक चार्टर्ड अकाउंटेंट्स और टैक्स रिटर्न तैयार करने वालों को अपने इस कार्यक्रम के साथ कर व्यापारियों को इस नयी कर प्रणाली से संबंधी सेवा देने के लिए तैयार करेगी.
गौरतलब है कि संसद में जीएसटी से संबंधित चार विधेयकों के पारित होने के साथ सरकार इस कर प्रणाली को एक जुलाई से पूरे देश में लागू करने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ गयी है.
कंपनी ने कहा है कि उसके जीएसटी प्रशिक्षण को ई-लर्निंग मॉड्यूल के माध्यम से प्रदान किया जाएगा जिसमें 10 घंटे के वीडियो, वास्तविक उदाहरणों के अध्ययन, ऑनलाइन वेबिनार, अभ्यास के लिए प्रश्नावली और जीएसटी पर बहुत सी प्रस्तुतियां और लेख शामिल हैं. तीन 3 सप्ताह की अवधि वाले कोर्स के पूरा होने के बाद ट्रेनियों की ऑनलाइन परीक्षा ली जाएगी उसके आधार पर उन्हें आधिकारिक जीएसटी-अनुरूप लेखाकार और लेखा परीक्षकों के रूप में योग्यता का प्रमाण पत्र दिया जाएगा.
क्लियरटैक्स के संस्थापक और सीईओ अर्चित गुप्ता ने कहा कि जीएसटी लागू होना पूरे देश में चार्टड एकाउंटेंटों व ऐसे लोगों के लिए एक अनूठे व्यवसाय का अवसर प्रस्तुत करता है जो इससे अच्छी तरह से वाकिफ होंगे क्यों कि वे व्यावसायिक इकाइयों को नयी कर व्यवस्था में स्थानांतरित करने में सहायता कर सकते हैं.
क्लियरटैक्स देश में आयकर रिटर्न फाइल करने का एक प्लेटफार्म पहले से चला रहा है. विज्ञप्ति के अनुसार इसका प्रयोग 20 लाख से भी अधिक भारतीय करदाता कर रहे हैं.
गौरतलब है कि संसद में जीएसटी से संबंधित चार विधेयकों के पारित होने के साथ सरकार इस कर प्रणाली को एक जुलाई से पूरे देश में लागू करने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ गयी है.
कंपनी ने कहा है कि उसके जीएसटी प्रशिक्षण को ई-लर्निंग मॉड्यूल के माध्यम से प्रदान किया जाएगा जिसमें 10 घंटे के वीडियो, वास्तविक उदाहरणों के अध्ययन, ऑनलाइन वेबिनार, अभ्यास के लिए प्रश्नावली और जीएसटी पर बहुत सी प्रस्तुतियां और लेख शामिल हैं. तीन 3 सप्ताह की अवधि वाले कोर्स के पूरा होने के बाद ट्रेनियों की ऑनलाइन परीक्षा ली जाएगी उसके आधार पर उन्हें आधिकारिक जीएसटी-अनुरूप लेखाकार और लेखा परीक्षकों के रूप में योग्यता का प्रमाण पत्र दिया जाएगा.
क्लियरटैक्स के संस्थापक और सीईओ अर्चित गुप्ता ने कहा कि जीएसटी लागू होना पूरे देश में चार्टड एकाउंटेंटों व ऐसे लोगों के लिए एक अनूठे व्यवसाय का अवसर प्रस्तुत करता है जो इससे अच्छी तरह से वाकिफ होंगे क्यों कि वे व्यावसायिक इकाइयों को नयी कर व्यवस्था में स्थानांतरित करने में सहायता कर सकते हैं.
क्लियरटैक्स देश में आयकर रिटर्न फाइल करने का एक प्लेटफार्म पहले से चला रहा है. विज्ञप्ति के अनुसार इसका प्रयोग 20 लाख से भी अधिक भारतीय करदाता कर रहे हैं.
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