मानव संसाधन विकास मंत्रालय की तरफ से उच्च शिक्षा नियामकों को भेजे गए सर्कुलर में कहा गया है कि सभी शिक्षकों, शोधकर्ताओं और नॉन टीचिंग स्टाफ को 31 जुलाई तक घर से काम करने की अनुमति देनी चाहिए. गृह मंत्रालय के अनलॉक-2 के दिशानिर्देश का हवाला देते हुए शिक्षा मंत्रालय ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC),ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (AICTE), नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) और उच्च शिक्षा विभाग के तहत काम करने वाले अन्य सभी ऑर्गेनाइजेशन को निर्देश दिया है कि कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान 31 जुलाई तक बंद रहेंगे.
सर्कुलर में ये भी कहा गया है कि ऑनलाइन एजुकेशन जारी रखी जाएगी और इसे बढ़ावा दिया जाना चाहिए. मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए समान दिशानिर्देशों पर विचार करने के लिए भी कहा है. इसके अलावा सर्कुलर में ये भी कहा गया, "फैकल्टी मेंबर/ टीचर्स/ रिसर्चर्स को ये समय कई अकेडमिक एक्टिविटीज में उपयोग करना चाहिए. "
सर्कुलर में बताया गया है, "Aarogya Setu App संक्रमण के संभावित जोखिम की पहचान करने में सक्षम है. इसलिए यह सुनिश्चित किया जाए कि Aarogya Setup App छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों द्वारा COVID -19 से लड़ने के लिए इंस्टॉल किया गया है."
वहीं, मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने 24 जून को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) से अप्रैल में जारी की गई यूनिवर्सिटी के सेमेस्टर एग्जाम और अकेडमिक कैलेंडर पर अपने दिशानिर्देशों को संशोधित करने के लिए कहा था. मंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा था, "मैंने UGC को इंटरमीडिएट और टर्मिनल सेमेस्टर परीक्षाओं और शैक्षणिक कैलेंडर के लिए पहले जारी हो चुकी गाइडलाइन्स को फिर से जारी करने की सलाह दी है. संशोधित गाइडलाइन्स की नींव छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखकर बनाई जाएंगी."
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