मानव संसाधन विकास मंत्री ने मंगलवार को वेबिनार में देशभर के तमाम स्टूडेंट्स से बात की और शिक्षा से संबंधित उनके तमाम सवालों के जवाब भी दिए. वेबिनार के दौरान सबसे ज्यादा सवाल बोर्ड के पेंडिंग और एंट्रेंस एग्जाम के बारे में पूछे गए. मंत्रा ने वेबिनार के दौरान बोर्ड और एंट्रेंस एग्जाम से संबंधित कई अहम घोषणा की. उन्होंने ये भी बताया कि नए अकेडमिक सत्र में स्टूडेंट्स के लिए सिलेबस कम किया जा रहा है.
दरअसल, देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी के चलते अप्रैल के महीने में शुरू होने वाले नए अकेडमिक सेशन में काफी देरी हो गई है. हालांकि, कुछ स्कूलों ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए नए सत्र की शुरुआत कर दी है. लेकिन सभी स्कूल ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए नए सत्र की पढ़ाई शुरू नहीं कर पा रहे हैं.
कोरोनावायरस की वजह से नए अकेडमिक सत्र में हुई देरी के चलते स्टूडेंट्स और अभिभावकों ने सिलेबस कम करने का अनुरोध किया था. इसके मद्देनजर मानव संसाधन विकास मंत्री ने अपने वेबिनार के दौरान छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि सीबीएसई (CBSE) नए शैक्षणिक सत्र के लिए समय के नुकसान का आकलन करेगा और परीक्षा के प्रेशर को कम करने के लिए सिलेबस को कम करने के सुझाव देगा. बोर्ड की पाठ्यक्रम समिति ने पहले ही सिलेबस कम करने का काम शुरू कर दिया है.
वेबिनार के दौरान मंत्री ने जेईई मेन (JEE Main) और नीट (NEET) एग्जाम की तारीखों की घोषणा भी की. उन्होंने बताया कि जेईई मेन का एग्जाम 18 जुलाई से 23 जुलाई तक आयोजित किया जाएगा. वहीं नीट एग्जाम 26 जुलाई को कराया जाएगा. इसके बाद जेईई एडवांस्ड का पेपर अगस्त के महीने में आयोजित किया जाएगा.
वहीं 10वीं की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर निशंक ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि 10वीं कक्षा की लंबित बोर्ड परीक्षा केवल उत्तर पूर्व दिल्ली के लिए आयोजित की जाएंगी, पूरे देश के लिए नहीं.