CBSE Board Exams 2020: कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी के मद्देनजर सीबीएसई (CBSE) ने आज एक अहम फैसला करते हुए बोर्ड की बची हुई परीक्षाएं रद्द कर दी हैं. 10वीं और 12वीं दोनों ही परीक्षाएं रद्द करने का फैसला लिया गया है. हालांकि, 12वीं के छात्रों को एग्जाम देने का विकल्प भी दिया गया है. अगर छात्र एग्जाम देने का विकल्प चुनते हैं तो बोर्ड परीक्षा आयोजित करा सकता है. लेकिन ये तब तक नहीं हो पाएगा जब तक कोरोनावायरस से बिगड़े हालात सुधरते नहीं हैं. यानी फिलहाल जुलाई में होने वाली बोर्ड की बची हुई परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं. सीबीएसई (CBSE Board) ने इन पेपर के रिजल्ट का फॉर्मूला भी सुप्रीम कोर्ट को बताया है.
गुरुवार को इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. केंद्र सरकार और सीबीएसई की तरफ से पेश हुए सॉलिसिटर जनरल ने कोर्ट को बताया कि 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं रद्द करने का फैसला किया गया है. उन्होंने बताया कि 10वीं के बच्चों को परीक्षा देने की जरूरत नहीं है. लेकिन जैसे ही स्थितियां अनुकूल होती हैं हम कक्षा 12वीं की परीक्षा उन छात्रों के लिए आयोजित कर सकते हैं जो इसका विकल्प चुनते हैं. बता दें कि 10वीं के बोर्ड एग्जाम सिर्फ पूर्वी दिल्ली में ही होने थे, जहां इसी साल फरवरी महीने में हिंसा हुई थी.
सॉलिसिटर जनरल ने सुप्रीम कोर्ट को बताया रिजल्ट का फॉर्मूला
सॉलिसिटर जनरल ने रिजल्ट का फॉर्मूला सुप्रीम कोर्ट को बताते हुए कहा, ''12वीं कक्षा के लिए CBSE ने योजना तैयार की है. इसके तहत पिछले तीन परीक्षा परिणामों के आधार पर मूल्याकंन होगा या फिर हालात ठीक होने पर छात्र परीक्षा दे सकते हैं.'' इसके अलावा सॉलिसिटर जनरल ने ये भी बताया कि छात्र आंतरिक अंकों (इंटरनल मार्क्स) के आधार पर आवेदन कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि रिजल्ट अगस्त के मध्य में घोषित किए जाएंगे.
सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान पूछा कि आंतरिक मूल्यांकन (इंटरनल असेसमेंट) की योजना के लिए अधिसूचना जारी हो और एक समयसीमा देनी चाहिए, क्या ऐसा किया जा सकता है? इस पर सॉलिसिटर जनरल ने बताया कि अधिसूचना कल तक जारी की जाएगी. सुप्रीम कोर्ट ने बोर्ड से कहा है कि एग्जाम और असेसमेंट मेथड से जुड़ा नया नोटिफिकेशन जारी करें. अब कल फिर इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में कुछ अभिभावकों की याचिका पर ये सुनवाई हुई है. अभिभावकों ने मांग की थी बोर्ड की बची हुई परीक्षाएं जो जुलाई में कराने का फैसला किया गया है, उन्हें रद्द किया जाए. अभिभावकों ने कोरोनावायरस से बच्चों को खतरा बताते हुए ये मांग की थी. जिसके बाद आज सीबीएसई ने सुप्रीम कोर्ट के सामने बताया कि 10वीं और 12वीं बोर्ड की बची हुई परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं. लेकिन 12वीं के बच्चों को पेपर देने का विकल्प भी दिया गया है, अगर वो पेपर देना चाहते हैं तो परीक्षा कराई जाएंगी, मगर ये तभी हो सकेगा जब कोरोनावायरस का खतरा कम हो जाएगा.
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