CBSE Board Exam 2024: तब क्या करें, जब बोर्ड परीक्षा में आ जाएं आउट ऑफ सिलेबस सवाल
नई दिल्ली: CBSE Board 10th, 12th Exam 2024: सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं 2023 पिछले हफ्ते से शुरू हैं. सीबीएसई बोर्ड 10वीं, 12वीं दोनों ही कक्षाओं की परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू हैं. अभी तक तीन विषयों के पेपर हुए हैं, परीक्षा सुबह 10.30 बजे शुरू होती है, जिसके लिए छात्रों को परीक्षा केंद्र पर सुबह 10 बजे से पहले-पहले रिपोर्ट करना होता है. अभी तक सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में पेपर में गलत या सिलेबस से बाहर का प्रश्न पूछे जाने की बात सामने नहीं आई हैं. लेकिन अक्सर छात्र द्वारा पेपर में गलत या आउट ऑफ सिलेबस प्रश्न जैसी बातें कही जाती हैं. ऐसे में सीबीएसई बोर्ड के छात्र-छात्राएं समझ ही नहीं पाते हैं कि जब ऐसी स्थिति हो तब उन्हें क्या करना चाहिए. आइये जानते हैं-
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आपको बता दें कि सीबीएसई बोर्ड का पूरा का पूरा सिलेबस एनसीईआरटी (NCERT)यानी राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद भारत सरकार पर आधारित होता है. इसलिए सीबीएसई बोर्ड 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में पूछे जाने वाले सभी प्रश्न एनसीईआरटी सिलेबस से होते हैं, जिसे देश में आइडल माना जाता है. वहीं सीबीएसई द्वारा बोर्ड परीक्षा 2024 के हर विषय का पेपर बहुत ध्यान तैयार करता है. बोर्ड प्रश्न पत्र को तैयार करने में विषय के एक्सपर्ट होती हैं, जिसमें गलत सवाल होने या आउट ऑफ सिलेबस की संभावना बहुत कम होती है.
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अगर सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में ऐसा कोई प्रश्न आ ही जाता है, तो छात्र को सबसे पहले इसकी जानकारी पर्यवेक्षक को देनी चाहिए. इसके बाद उस प्रश्न पर बिना समय की बर्बादी किए छात्र को अगले सवाल के जवाब पर अपना फोकस लगाना चाहिए. एग्जाम पर्यवेक्षक का काम है कि वह सीबीएसई को इसकी जानकारी दें, ताकि सीबीएसई इसी आधार पर नई मार्किंग स्कीम तैयार करता है.
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सीबीएसई ने गलत प्रश्न या आउट ऑफ सिलेबस जैसे आरोपों से बचने के लिए नई व्यवस्था तैयार की है. इस नई व्यवस्था के तहत जिस दिन जिस विषय की परीक्षा है, उसी दिन पेपर के खत्म होने के बाद शिक्षकों को प्रश्न पत्र की समीक्षा रिपोर्ट सीबीएसई को भेजनी होगी. इस रिपोर्ट में शिक्षकों को बताया होगा कि पेपर में सब सही है या फिर नहीं, कोई प्रश्न गलत या नहीं. कोई प्रश्न में कुछ गलती पाई जाती है तो बोर्ड उसी आधार पर अपनी मार्किंग स्कीम तैयार करता है.