नई दिल्ली:
किसी भी नौकरीपेशा के लिए उसकी जॉब महज पैसे कमाने के साधन से कहीं बढ़ कर होती है. इससे आप अनुभव लेते, नई चीजे सीखते हैं, तकनीक के कई गुर भी पता चलते हैं, साथ ही साथ समझ आती है उस फिल्ड की जिसमें आप अपना करियर बनाना चाहते हैं.
सभी अपना फ्यूचर प्लान करते हैं. कुछ ताउम्र एक ही क्षेत्र में नौकरी कर बड़े औहद पर जाना चाहते हैं, तो कुछ लोग सालों का अनुभव लेकर खुद का बिजनेस खोलना चाहते हैं... दोनों ही सूरतों में नौकरी में बने रहना बेहद जरूरी है. लेकिन कई बार कंपनियां अपने आर्थिक हालात या जरूरतों के मुताबिक छटनी कर देती हैं. ऐसे में प्लान्स धरे के धरे रह सकते हैं. इस छटनी का शिकार न होने से बचे रहने के भी कई टिप्स हैं. लेकिन क्या हो जब इन टिप्स को फॉलो करने के बाद भी हाथ लगे महज पिंक स्लिप...
ऐसे में बहुत जरूरी है अपने आप को चौकन्ना रखना. जी हां, अपनी सिक्स सेंस का इस्तेमाल करें और जानें कि कहीं पिंक स्लिप पर आपका नाम तो नहीं...
जब बॉस हर चीज लीखित में मांगे
ऑफिस में ऐसे बॉस कम ही होते हैं, जोकि अपने टीम मेंबर्स की हर एक छोटी से छोटी गलती का जवाब लिखित में मांगते हों, लेकिन अगर बॉस आपसे हर एक चीज का जवाब लीखित में लेना शुरु कर दे, तो इसे नौकरी खतरे में होने का इंडीकेशन ही समझिए. इसका ये भी मतलब हो सकता है कि बॉस आपकी गलतियां मैनेजमेंट के सामने चाहता है
काम से बाहर रखा जाए
जिस कर्मचारी को ऑफिस के हर एक प्रोजेक्ट में हमेशा से शामिल किया जाता हो और अचानक से उसे बड़े प्रोजेक्ट्स से साइडलाइन कर दिया जाए, तो इसका मतलब साफ है कि उसकी नौकरी खतरे में है. अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो दूसरी नौकरी की तलाश में लग जाए, क्योंकि मैनेजमेंट आपको तभी साइडलाइन करती है, जब उसे कंपनी में आपकी जरूरत नहीं होती.
बार-बार काम के लिए टोका जाना
ऑफिस में बार-बार परफॉर्मेंस सुधारने को बोला जाना किसी भी कर्मचारी को अच्छा नहीं लगता. अगर आपके साथ ऐसा हो रहा है तो इसका मतलब साफ है कि आप मैनेजमेंट की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर रहे हैं. ऐसे में मैनेजमेंट आपको ज्यादा दिनों तक बर्दाश्त नहीं करेगी, इसलिए नौकरी बचाना चाहते हैं तो समय रहते अपना काम सुधार लें.
सभी अपना फ्यूचर प्लान करते हैं. कुछ ताउम्र एक ही क्षेत्र में नौकरी कर बड़े औहद पर जाना चाहते हैं, तो कुछ लोग सालों का अनुभव लेकर खुद का बिजनेस खोलना चाहते हैं... दोनों ही सूरतों में नौकरी में बने रहना बेहद जरूरी है. लेकिन कई बार कंपनियां अपने आर्थिक हालात या जरूरतों के मुताबिक छटनी कर देती हैं. ऐसे में प्लान्स धरे के धरे रह सकते हैं. इस छटनी का शिकार न होने से बचे रहने के भी कई टिप्स हैं. लेकिन क्या हो जब इन टिप्स को फॉलो करने के बाद भी हाथ लगे महज पिंक स्लिप...
ऐसे में बहुत जरूरी है अपने आप को चौकन्ना रखना. जी हां, अपनी सिक्स सेंस का इस्तेमाल करें और जानें कि कहीं पिंक स्लिप पर आपका नाम तो नहीं...
जब बॉस हर चीज लीखित में मांगे
ऑफिस में ऐसे बॉस कम ही होते हैं, जोकि अपने टीम मेंबर्स की हर एक छोटी से छोटी गलती का जवाब लिखित में मांगते हों, लेकिन अगर बॉस आपसे हर एक चीज का जवाब लीखित में लेना शुरु कर दे, तो इसे नौकरी खतरे में होने का इंडीकेशन ही समझिए. इसका ये भी मतलब हो सकता है कि बॉस आपकी गलतियां मैनेजमेंट के सामने चाहता है
काम से बाहर रखा जाए
जिस कर्मचारी को ऑफिस के हर एक प्रोजेक्ट में हमेशा से शामिल किया जाता हो और अचानक से उसे बड़े प्रोजेक्ट्स से साइडलाइन कर दिया जाए, तो इसका मतलब साफ है कि उसकी नौकरी खतरे में है. अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो दूसरी नौकरी की तलाश में लग जाए, क्योंकि मैनेजमेंट आपको तभी साइडलाइन करती है, जब उसे कंपनी में आपकी जरूरत नहीं होती.
बार-बार काम के लिए टोका जाना
ऑफिस में बार-बार परफॉर्मेंस सुधारने को बोला जाना किसी भी कर्मचारी को अच्छा नहीं लगता. अगर आपके साथ ऐसा हो रहा है तो इसका मतलब साफ है कि आप मैनेजमेंट की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर रहे हैं. ऐसे में मैनेजमेंट आपको ज्यादा दिनों तक बर्दाश्त नहीं करेगी, इसलिए नौकरी बचाना चाहते हैं तो समय रहते अपना काम सुधार लें.
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