विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने चालू महीने के पहले दो सप्ताह में भारतीय कर्ज बाजारों से करीब 6,000 करोड़ रुपये की निकासी की है. इससे पहले सितंबर में एफपीआई ने कर्ज बाजारों में जोरदार निवेश किया था.
हालांकि, समीक्षाधीन अवधि में एफपीआई का शेयर बाजारों में निवेश मात्र 180 करोड़ रुपये रहा. एसएएस ऑनलाइन के मुख्य परिचालन अधिकारी सिद्धान्त जैन ने कहा, ‘रिजर्व बैंक द्वारा हालिया नीतिगत दरों में कटौती एक वजह है जिससे एफपीआई ने निकासी की है. बॉन्ड्स से प्राप्ति नीचे की ओर जाने के दबाव की वजह से कर्ज बाजार आकषर्क नहीं है.’ रिजर्व बैंक ने 4 अक्टूबर को रेपो दर 0.25 प्रतिशत घटाकर 6.25 प्रतिशत कर दी थी, जो इसका छह साल का निचला स्तर है.
डिपॉजिटरियों के आंकड़ों के अनुसार, 3 से 14 अक्टूबर के दौरान कर्ज बाजारों से एफपीआई की शुद्ध निकासी 5,946 करोड़ रुपये रही. इस साल अभी तक एफपीआई कर्ज बाजारों से शुद्ध रूप से 3,504 करोड़ रुपये की निकासी कर चुके हैं. वहीं इस दौरान उन्होंने शेयरों में 51,473 करोड़ रुपये का निवेश किया है. इस तरह उनका शुद्ध निवेश 47,968 करोड़ रुपये रहा है.