दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने पेट्रोलियम मंत्रालय के नीतिगत फैसलों से जुड़े गोपनीय दस्तावेज लीक करने के आरोप में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया था लेकिन शुक्रवार शाम को पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में ले लिया है। इस मामले में आज दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पूर्व पत्रकार शांतनु सैकिया और प्रयास जैन को गिरफ्तार किया है।
वहीं गिरफ़्तार किए गए दो लोग पेट्रोलियम मंत्रालय के कर्मचारी हैं, जबकि रिलांयस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड के एक कर्मचारी को भी गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली पुलिस ने एक कॉर्पोरेट हाउस के दफ्तरों पर छापे मारे हैं।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया है, इन पर पेट्रोलियम दामों से जुड़े सरकारी
दस्तावेज़ लीक करने का आरोप है। इस मामले में सबसे पहले पेट्रोलियम मंत्रालय से जुड़े तीन बिचौलियों और दो कर्मचारियों को गिरफ़्तार किया गया था। इसे व्यापारिक घरानों के जासूसी से जुड़ा मामला भी माना जा रहा है। आरोपियों को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। इन पर चोरी और धोखाधड़ी संबंधी एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने कई अहम दस्तावेज़ बरामद किए हैं। आरोपी नीति संबंधी जरूरी कागज़ चुराकर उन्हें 10 से 20 हज़ार रुपये में बेच देते थे।
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि घटना के पीछे जो भी होंगे उन पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। इधर, रिलायंस इंडस्ट्रीज़ का बयान आया है, जिसमें उनके एक कर्मचारी को हिरासत में लिए जाने की बात कही गई है। रिलायंस इंडस्ट्रीज़ का कहना है कि वह जांच में पूरी मदद करेगी।