आईटी क्षेत्र के दिग्गज अजीम प्रेमजी ने सॉफ्टवेयर सेवा कंपनी विप्रो में अपनी लगभग आधी हिस्सेदारी परोपकारी कार्यों के नाम कर दी है। विप्रो देश की तीसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सेवा निर्यातक कंपनी है।
विप्रो के संस्थापक प्रेमजी ने इस आईटी कंपनी में अपनी 18 प्रतिशत और हिस्सेदारी परोपकारी काम के हिस्से कर दी है। इस तरह से उन्होंने 39 प्रतिशत हिस्सेदारी एक परोपकारी ट्रस्ट के नाम कर दी है। इन शेयरों की कुल कीमत 53,284 करोड़ रुपये आंकी गयी है।
प्रेमजी के इस नये कदम से अजीम प्रेमजी ट्रस्ट के कोष में इस साल लाभांश के रूप में 530 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि प्राप्त होगी।
उल्लेखनीय है कि अरबपति निवेशक वॉरेन बफे तथा माइक्रोसॉफ्ट के सह संस्थापक बिल गेट्स द्वारा प्रायोजित ‘गिविंग प्लेज’ पर हस्ताक्षर करने वाले प्रेमजी पहले भारतीय हैं। इस पहल के तहत दुनिया भर की धनी हस्तियों को अपनी संपत्ति धर्मार्थ कार्य में लगाने की अपील की गई है।
प्रेमजी ने शेयरधारकों को लिखे एक पत्र में कहा है, ‘बीते पंद्रह साल में, मैंने इस विश्वास को अपने व्यक्तिगत परोपकारी काम के जरिए अमली जामा पहनाया है।’ यह पत्र कंपनी की सालाना रपट (2014-15) में प्रकाशित हुआ है।