सिंगापुर फैशन स्टार्टअप जिलिंगो (Zilingo) की भारतीय मूल की सह-संस्थापक अंकिती बोस (Ankiti Bose) को वित्तीय अनियमितताओं (Financial Irregularities) की शिकायतों के चलते शुक्रवार को हटा दिया गया. बर्खास्तगी पर बोस ने कहा कि वह इस उत्पीड़न के खिलाफ कार्रवाई करेंगी. 30 साल की अंकिती ने आरोप लगाया कि उसे जिलिंगो के सीईओ के पद से बात न मानने के कारण हटा दिया गया.
एक इंस्टाग्राम पोस्ट में उन्होंने कहा, "एक गुमनाम व्हिसल ब्लोअर की शिकायत के आधार पर मुझे 51 दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया और आज बताया गया कि मेरी नियुक्ति को अन्य बातों के साथ 'बात न मानने' के आधार पर समाप्त कर दिया गया."
अंकिती का दावा है कि कंपनी ने उन्हें रिपोर्ट नहीं दिखाई और न ही उन्हें मांगे गए दस्तावेजों को पेश करने का समय दिया गया. साथ ही कहा कि उन्हें और उनके परिवार को लगातार ऑनलाइन धमकियां मिल रही हैं. उन्होंने लिखा, "मुझे अपने जीवन और परिवार के लिए लगातार ऑनलाइन धमकियों का भी सामना करना पड़ रहा है."
जिलिंगो एक ऑनलाइन फैशन कंपनी है, जो व्यापारियों और कारखानों को टेक्नोलॉजी की आपूर्ति करती है. जिलिंगो की स्थापना 2015 में अंकिती बोस और चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर ध्रुव कपूर ने की थी. 31 मार्च को बोस को कंपनी के खातों में कथित रूप से मिली विसंगतियों की शिकायतों के बाद निलंबित कर दिया गया था.
ज़िलिंगो ने एक बयान में कहा, "एक स्वतंत्र फोरेंसिक फर्म को गंभीर वित्तीय अनियमितताओं का पता लगाने के लिए लगाया गया था. जांच के बाद कंपनी ने अंकिती बोस की नियुक्ति को समाप्त करने का फैसला किया है और उचित कानूनी कार्रवाई करने का अधिकार सुरक्षित रखा है."
हालांकि फर्म की ओर से बोस के खिलाफ आरोपों या ऑडिट के निष्कर्षों के बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दी है.
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