साउथ ईस्ट एशिया का फैशन ई-कॉमर्स प्लैटफॉर्म जीलिंगो एक नए मुकाम पर पहुंचने वाला है. कंपनी की इस कामयाबी के पीछे 27 साल की अंकिति बोस (Ankiti Bose) का हाथ है. अंकिति बोस इस कंपनी की फाउंडर के साथ सीईओ भी हैं. जीलिंगो की शुरुआत 2014 में हुई थी. जीलिंगो का हेड ऑफिस सिंगापुर में है जबकि इसकी टेक टीम बेंगलुरु में बैठती है. बेंगलुरु में स्टार्टअप के एक और को-फाउंडर ध्रुव कपूर काम देखते हैं. अब इस फैशन स्टार्टअप की वैल्यू फिलहाल 970 मिलियन डॉलर है. अंकिति की कंपनी यूनिकॉर्न स्टेट्स पाने के बेहद करीब है. बता दें कि 1 अरब डॉलर की कंपनी को यूनिकॉर्न स्टेट्स मिलता है. इस स्टार्टअप ने अपनी वैल्यू में से 306 मिलियन डॉलर सिर्फ फंडिग से जुटाए थे.
अंकिति की टीम में कुल 100 लोग हैं. अंकिति बोस (Ankiti Bose) ने 2012 में मुंबई के सेंट जेवियर कॉलेज से ग्रेजुएशन किया था. अंकिति कहती हैं कि एक बार वह बैंकॉक छुट्टियों मनाने गई थीं और वहीं उन्होंने लोगों में फैशन के लिए प्यार देखा. जिसके बाद उनके दिमाग में एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म शुरू करने का आइडिया आया. अंकिति की कंपनी के शुरू होने के बाद यह सिंगापुर के अलावा थाइलैंड, इंडोनेशिया और फिलिपींस में भी मशहूर हो गई. अंकिति कहती हैं कि मेरे पूरे सफर में कई पुरुषों ने मेरा सहयोग किया है, लेकिन अगर महिला उद्यमी ज्यादा होती तो ज्यादा अच्छा होता.
पिचबुक के डेटा के मुताबिक, वैश्विक स्तर पर देखें तो स्टार्टअप कंपनियों की फाउंडर महिला कम हैं. दुनिया की 239 स्टार्टअप कंपनियों में सिर्फ 23 कंपनियों की फाउंडर महिलाएं हैं, जिनकी बदौतल व्यापार 1 बिलियन डोलर तक पहुंचा है.
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