केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने बताया है कि नोटबंदी के बाद स्थायी खाता संख्या यानी पैन कार्ड के आवेदनों में 300 फीसदी का इजाफा आया है. बोर्ड के चेयरमैन सुशील चंद्र ने कहा कि नोटबंदी से पहले हर महीने करीब 2.5 लाख पैनकार्ड आवेदन आते थे, लेकिन सरकार के नोटबंदी के आदेश के बाद यह संख्या बढ़कर 7.5 लाख हो गई. उल्लेखनीय है कि सरकार ने पिछले साल आठ नवंबर को 500 और 1,000 रुपये पुराने नोटों को बंद कर दिया था.
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सुशील चंद्र ने कहा कि कालेधन के खिलाफ विभाग कई कदम उठा रहा है. इनमें दो लाख रुपये से अधिक के नकद लेनदेन पर रोक लगाना भी शामिल है. पैन 10 अंक की एक अक्षर-अंक संख्या (अल्फान्यूमैरिक) होती है जो आयकर विभाग किसी व्यक्ति या कंपनी को जारी करता है.
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इसका उपयोग आयकर रिटर्न दाखिल करने के लिए अनिवार्य है. अभी देश में करीब 33 करोड़ पैनकार्ड धारक हैं.
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