बॉलीवुड के दिग्गज कोरियोग्राफर चिन्नी प्रकाश ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अक्षय कुमार और गोविंदा के साथ बिताए पल याद किए. चिन्नी ने बताया कि दोनों सुपरस्टार्स के काम करने का तरीका देखकर वह हैरान रह जाते थे. एक को वो “खिलाड़ी” कहते हैं, दूसरे को “रोबोट”. चिन्नी ने बताया, “मैंने अक्षय के साथ 25 से 50 गाने कोरियोग्राफ किए. एक बार भी उन्होंने स्टेप बदलने को नहीं कहा. ‘खिलाड़ी' फिल्म का एक गाना याद है. सीन था कि दर्जनों लड़कियां अक्षय पर अंडे फेंकेंगी. हमने सौ के करीब असली अंडे इस्तेमाल किए. हर अंडा जब लगता, दर्द होता. टूटते ही बदबू फैलती. कपड़े, बाल, चेहरा सब गंदे लेकिन अक्षय एक शब्द नहीं बोले. शॉट के बाद भी मुस्कुराते रहे. मैंने कहा, ‘सर, तकलीफ तो हुई होगी?' वो बोले, ‘चिन्नी जी, गाना हिट होना चाहिए, बाकी सब मायने नहीं रखता.'
बीस साल बाद भी वही जोश. हाल ही में ‘हाउसफुल' सीरीज में फिर काम किया. सुबह 4 बजे सेट, रात 10 बजे तक शूट, कोई शिकायत नहीं. मैंने मजाक में कहा, ‘अक्षय, दसवीं मंजिल से कूदना है.' वो हंसे और बोले, ‘कहां कूदना है, अभी?' ईमानदारी, मेहनत और जमीन से जुड़ाव अक्षय में तीनों भरपूर हैं.
गोविंदा: इंसान या मशीन?
गोविंदा को चिन्नी प्यार से “रोबोट” कहते हैं. “कुली नं.1, हीरो नं.1, अंखियों से गोली मारे...जितने गाने किए, हर बार नया जादू. उन्होंने कहा, हम स्टेप तैयार करते, मेरे असिस्टेंट पहले दिखाते. गोविंदा एक बार देखते और उसे दस गुना बेहतर कर देते. बोलते नहीं, बस करते. ‘अंखियों से गोली मारे' में सिर्फ एक ट्रॉली, एक क्रेन और गार्डन था. लेकिन रवीना-गोविंदा की केमिस्ट्री ने गाना अमर कर दिया.
"उन दिनों गोविंदा एक दिन में 4-6 फिल्में शूट करते थे. सुबह 7 बजे एक सेट, 11 बजे दूसरा, दोपहर में तीसरा. हम थककर चूर हो जाते, वो तरोताजा. कभी 9 बजे नहीं पहुंचे, पर जो काम बचा, रात में पूरा कर गए.
मैंने पूछा, ‘चीची, आप इंसान हो या रोबोट?' वो हंसे और बोले, ‘चिन्नी जी, पब्लिक का प्यार रोबोट बनाता है.'"
दोनों में कौन बड़ा?
चिन्नी मुस्कुराते हैं, “दोनों बेमिसाल. अक्षय डिसिप्लेन के किंग, गोविंदा क्रिएटिविटी के बादशाह. एक बिना नखरे हर स्टंट कर ले, दूसरा सिंपल स्टेप को आईकॉनिक बना दे. बॉलीवुड को दोनों की जरूरत है.”
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