विज्ञापन

धुरंधर में आर. माधवन ने निभाया NSA अजित डोभाल का किरदार! लुक देखते ही पहचान गए दर्शक, जानिए कौन हैं ये दमदार नायक

ट्रेलर आते ही साफ हो गया था कि आर. माधवन फिल्म में अजय सन्याल बना रहे हैं, जिसका किरदार देश के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजीत कुमार डोभाल से मेल खाता है. लुक ऐसा था कि सेट पर अर्जुन रामपाल तक उन्हें पहचान नहीं पाए.

धुरंधर में आर. माधवन ने निभाया NSA अजित डोभाल का किरदार! लुक देखते ही पहचान गए दर्शक, जानिए कौन हैं ये दमदार नायक
नई दिल्ली:

आदित्य धर की फिल्म धुरंधर 5 दिसंबर 2025 को रिलीज हुई है और इसे पहले ही दिन धमाकेदार ओपनिंग मिली. फिल्म कई असल घटनाओं से प्रेरित है और इसमें रियल लाइफ  के कई जाने-माने लोगों की झलक देखने को मिलती है. रणवीर सिंह, अर्जुन रामपाल, संजय दत्त, आर. माधवन और अक्षय खन्ना की ये स्टारकास्ट पहले से ही चर्चा में थी, लेकिन सबसे ज्यादा ध्यान खींचा माधवन ने. ट्रेलर आते ही साफ हो गया था कि आर. माधवन फिल्म में 'अजय सन्याल' बना रहे हैं, जिसका किरदार देश के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजीत कुमार डोभाल से मेल खाता है. लुक ऐसा था कि सेट पर अर्जुन रामपाल तक उन्हें पहचान नहीं पाए.

कौन हैं अजित डोभाल
अजीत डोभाल भारत के मौजूदा NSA हैं और प्रधानमंत्री कार्यालय के अहम सलाहकार माने जाते हैं. वह नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के भी प्रमुख सलाहकार हैं. 2014 से लगातार NSA के तौर पर काम कर रहे हैं और यह उनका तीसरा कार्यकाल है.
उत्तराखंड में 1945 में जन्मे डोभाल 1968 बैच के IPS अधिकारी रहे. करियर की शुरुआत उन्होंने केरल कैडर में ASP के तौर पर की. डोभाल इंटेलिजेंस और लॉ एनफोर्समेंट में भी सक्रिय रहे. वह भारत के सबसे युवा पुलिस अधिकारी थे जिन्हें कीर्ति चक्र मिला.

अंडरकवर मिशन में डोभाल का लंबा अनुभव
1988 में ऑपरेशन ब्लैक थंडर के दौरान डोभाल खुद को ISI एजेंट बताकर गोल्डन टेंपल में दाखिल हुए थे. उन्होंने खालिस्तानी आतंकियों की गतिविधियों का पूरा नक्शा तैयार किया. डोभाल सात साल पाकिस्तान में अंडरकवर एजेंट के तौर पर रह चुके हैं. कश्मीर में आतंकियों को काउंटर-इंसर्जेंट बनने के लिए मनाने में उनकी अहम भूमिका रही.
1999 में IC-814 हाईजैक के दौरान डोभाल मुख्य बातचीत टीम का हिस्सा थे. 1971 से 1999 के बीच इंडियन एयरलाइंस की 15 हाईजैकिंग को रोकने का श्रेय भी उन्हें मिलता है. 2014 में जब 46 भारतीय नर्सें इराक में फंस गई थीं, तब भी डोभाल की दखल से उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की गई.

सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर बालाकोट तक
अजित डोभाल 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 के बालाकोट एयरस्ट्राइक जैसी बड़ी सैन्य कार्रवाई के रणनीतिक दिमाग माने जाते हैं. डोकलाम विवाद से संबंधित वार्ता में भी उन्होंने अहम भूमिका निभाई.विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान की पाकिस्तान से सुरक्षित वापसी में भी उनका अहम रोल माना जाता है.

ऑपरेशन सिंदूर में भी अहम भूमिका
2025 में पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाक तनाव बढ़ा तो डोभाल फिर फ्रंटलाइन में थे. उन्होंने ही ऑपरेशन सिंदूर का पूरा समन्वय संभाला, जिसमें पाकिस्तान और पीओके के आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की गई.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com