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This Article is From Aug 23, 2023

चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर खुश हुए सनी देओल, बोले- हिन्दुस्तान जिंदाबाद था और रहेगा

इन दिनों अपनी फिल्म गदर 2 को लेकर चर्चा में चल रहे एक्टर सनी देओल ने भी भारत की इस कामयाबी पर खुशी जाहिर की है. उन्होंने सोशल मीडिया पर इसरो और चंद्रयान-3 की तस्वीरें शेयर कर कहा है कि हिंदुस्तान जिंदाबाद.

चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर खुश हुए सनी देओल, बोले- हिन्दुस्तान जिंदाबाद था और रहेगा
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर खुश हुए सनी देओल
नई दिल्ली:

चंद्रयान-3 की शानदार सफलता के बाद देश में खुशी का माहौल है. देश की कई बड़ी हस्तियां इसरो की इस कामयाबी पर खुशी जाहिर कर रही हैं. भारत के इस ऐतिहासिक पल के लिए फिल्मी सितारे भी सोशल मीडिया के जरिए खुशी जता रहे हैं. इन दिनों अपनी फिल्म गदर 2 को लेकर चर्चा में चल रहे एक्टर सनी देओल ने भी भारत की इस कामयाबी पर खुशी जाहिर की है. उन्होंने सोशल मीडिया पर इसरो और चंद्रयान-3 की तस्वीरें शेयर कर कहा है कि हिंदुस्तान जिंदाबाद.

सनी देओल ने चंद्रयान-3 के सफल होने के बाद अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर लिखा, कितना गौरवपूर्ण पल है. हिन्दुस्तान ज़िंदाबाद था और रहेगा, बधाई हो इसरो, चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग पर. भारत के अंतरिक्ष अन्वेषण के इतिहास में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि। गर्व!!! सोशल मीडिया पर सनी देओल का यह ट्वीट तेजी से वायरल हो रहा है. एक्टर के फैंस सहित तमाम सोशल मीडिया यूजर्स ट्वीट को पसंद कर रहे हैं. साथ ही कमेंट कर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. 

आपको बता दें कि भारत मून मिशन चंद्रयान-3 के आज शाम चंद्रमा की सतह पर उतरा. इसरो के वैज्ञानिकों ने चंद्रयान-3 के लैंडिंग से पहले के 20 मिनट को भारत के लिए " टेरर के 20 मिनट " कहा है. आज शाम 6.04 बजे होने वाली चंद्रयान-3 की लैंडिंग का पूरे देश में लाइव टेलीकास्ट किया गया. इस कार्यक्रम के लिए स्कूल खुले रहे. इस लैंडिंग लाइव टेलीकास्ट शाम 5.20 बजे इसरो की वेबसाइट, यूट्यूब चैनल और डीडी नेशनल पर शुरू हुआ. शाम 6.04 बजे विक्रम लैंडर, रोवर प्रज्ञान को लेकर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग की है.

आपको बता दें कि चंद्रमा लैंडर को 14 जुलाई को एलवीएम 3 हेवी-लिफ्ट लॉन्च वाहन पर लॉन्च किया गया था. इसे 5 अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में स्थापित किया गया था. लैंडर विक्रम का नाम विक्रम साराभाई के नाम पर रखा गया है, जिन्हें व्यापक रूप से भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का जनक माना जाता है. चंद्रयान मिशन के बाद इसरो के पास कई परियोजनाएं हैं, उनमें से एक सूर्य का अध्ययन करने का मिशन, और एक मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम, गगनयान है. सूर्य का अध्ययन करने वाली पहली अंतरिक्ष-आधारित भारतीय वेधशाला, आदित्य-एल1, संभवतः सितंबर के पहले सप्ताह में लॉन्च के लिए तैयार हो रही है.
 

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