कैश-फॉर-क्वेरी' मामले के चलते लोकसभा से निष्कासित किए जाने के महीनों बाद महुआ मोइत्रा पर TMC ने फिर भरोसा जताते हुए पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर लोकसभा सीट से टिकट दी है. लोकसभा आचार समिति की सुनवाई के बाद तृणमूल कांग्रेस सांसद को निचले सदन से निष्कासित कर दिया गया था. महुआ मोइत्रा ने 2019 में कृष्णानगर सीट पर 65,000 से अधिक मतों जीत दर्ज की थी.
लंदन में जेपी मॉर्गन चेज़ की पूर्व उपाध्यक्ष महुआ मोइत्रा ने 2009 में कांग्रेस के साथ अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी. एक साल बाद वह तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गईं. उन्होंने 2016 के बंगाल चुनाव में शुरुआत की और करीमपुर निर्वाचन क्षेत्र से चुनी गईं.
2019 में महुआ मोइत्रा ने कृष्णानगर सीट से अपना पहला लोकसभा चुनाव लड़ा और जीता. उन्होंने पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी व भाजपा के कल्याण चौबे को 65,000 से अधिक वोटों से हराया. उन्होंने लोकसभा में अपने पदार्पण पर जोरदार भाषण दिया, जिसका संसद में सभी सांसदों ने जोरदार तरीके से स्वागत किया.
अगले चार वर्ष में वह संसद के अंदर और बाहर दोनों जगह एनडीए सरकार की तीखी आलोचक के रूप में उभरीं. 2021 में महुआ मोइत्रा को तृणमूल के गोवा प्रभारी के रूप में भी नियुक्त किया गया था और उन्हें 2022 गोवा विधानसभा चुनाव की तैयारियों की देखरेख का काम सौंपा गया था.
दिसंबर, 2023 में 'कैश-फॉर-क्वेरी' के आरोप के बाद महुआ मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया था. उन पर संसद में सरकार की आलोचना करने वाले सवाल पूछने के बदले में व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी से ₹2 करोड़ नकद और 'लक्ज़री उपहार आइटम' सहित रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया था. हालांकि इन सबके बावजूद पार्टी उनके साथ खड़ी रही.
महुआ मोइत्रा का जन्म 12 अक्टूबर, 1974 को असम में हुआ था. उनके पिता चाय बागान के मालिक हैं. महुआ मोइत्रा ने मैसाचुसेट्स के माउंट होलोके कॉलेज में गणित और अर्थशास्त्र का अध्ययन किया. अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने न्यूयॉर्क में जेपी मॉर्गन चेज़ में काम करना शुरू किया. फिर भारत में राजनीति में सक्रिय हो गईं.
महुआ मोइत्रा का जन्म 22-Oct-1974 को लाबाक (असम) में हुआ.
महुआ मोइत्रा के माता-पिता का नाम श्रीमती मंजू मोइत्रा और श्री द्विपेंद्र लाल मोइत्रा है.
स्नातक (माउंट होलोके कॉलेज साउथ हैडली, मैसाचुसेट्स, अमेरिका)
तृणमूल कांग्रेस
तलाकशुदा
श्री लार्स वाउवर्ट ब्रोरसन