आज़मगढ़ लोकसभा सीट काफी चर्चित सीट है. 2024 लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव यहां से चुनावी ताल ठोकेंगे. धर्मेंद्र यादव ने 2022 का उपचुनाव आज़मगढ़ से लड़ा था, लेकिन लोकप्रिय भोजपुरी गायक-अभिनेता और भाजपा उम्मीदवार दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' से हार गए थे.
धर्मेंद्र यादव का जन्म 3 फरवरी, 1979 को हुआ था. इनके पिता का नाम अभयराम यादव और माता का नाम जय देवी है. इन्होंने अपनी प्रारंभिक स्कूली शिक्षा सैफई में की और इलाहाबाद विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की.
धर्मेंद्र यादव अपने विश्वविद्यालय के दिनों से ही छात्र राजनीति में सक्रिय थे. धर्मेंद्र यादव 2003 में सैफई में समाजवादी पार्टी के ब्लॉक अध्यक्ष बने.
2004 के लोकसभा चुनाव के बाद जब मुलायम सिंह यादव ने मैनपुरी सीट खाली कर दी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने रहने का फैसला किया, तो पार्टी ने 25-वर्षीय धर्मेंद्र यादव को उपचुनाव में मैदान में उतारा. उन्होंने बहुजन समाज पार्टी के अशोक शाक्य को हराकर 1.7 लाख से अधिक वोटों से जीत हासिल की.
2009 के लोकसभा चुनाव में धर्मेंद्र यादव ने उत्तर प्रदेश की बदायूं सीट से जीत हासिल की. 2014 में भाजपा की लहर के बावजू़द धर्मेंद्र यादव भाजपा के वागीश पाठक को 1.6 लाख से अधिक वोटों से हराकर अपनी सीट बरकरार रखने में कामयाब रहे. हालांकि, 2019 के चुनाव में वह सीट हार गए.
2022 में हुए उपचुनाव में धर्मेंद्र यादव ने आज़मगढ़ से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए. बीजेपी उम्मीदवार दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' सिर्फ 8,000 से अधिक वोटों के अंतर से जीत हासिल करने में कामयाब रहे. धर्मेंद्र यादव 2024 के लोकसभा चुनाव में एक बार फिर भोजपुरी गायक-अभिनेता का सामना करेंगे.
धर्मेंद्र यादव का जन्म 03-Feb-1979 को सैफई में हुआ.
धर्मेंद्र यादव के माता-पिता का नाम श्रीमती जय देवी और श्री अभय राम यादव है.
एमए-राजनीति विज्ञान,एलएलबी (इलाहाबाद यूनिवर्सिटी)
समाजवादी पार्टी
विवाहित
श्रीमती नीलम यादव