जब से नरेंद्र मोदी का एलान बनारस से हुआ है अनगिनत कैमरे बनारस के घाटों और गंगा की नावों पर तैरने लगे हैं। बनारस का दैविक चित्रण होने लगा है। इन चित्रण में बनारस की ऐतिहासिक विविधता कम है। वही घाट वही चिलम वही साधु बाबा वही गंगा वही पप्पू चाय की दुकान।