मई 2021 की बात है, कोरोना की दूसरी लहर में आक्सीजन की कमी हुई तो लोग सुप्रीम कोर्ट चले गए. अस्पतालों और उसके बाहर आक्सीज़न न मिलने के कारण तड़प कर मर जाने वाले लोगों और बीमार लोगों के परिजनों के भीतर आक्सीज़न का ख़ौफ पैदा हो गया था. घबराई जनता सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई तो आक्सीज़न की उचित व्यवस्था के लिए सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल टास्क फोर्स बना दिया.इस नेशनल टास्क फोर्स का बनाया जाना ही बड़ा प्रमाण था कि आक्सीजन का संकट है लेकिन इसके बाद भी सभी के सामने कह दिया गया कि आक्सीज़न से कोई नहीं मरा और सभी ने इसे स्वीकार भी कर लिया.