अमेरिका की एक कंपनी पर आरोप लगा है कि उसने रेल मंत्रालय की एक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी को रिश्वत दिया है. कौन सी कंपनी है कौन अधिकारी हैं उसने कहा-कहा पैसे दिए इसका कोई पता नहीं है. सवा 3 करोड़ की रिश्वत कोई मामूली रकम तो नहीं ही है. रिश्वत जैसे हमारे सिस्टम का हिस्सा हो गया, न रिश्वत लेने वाले को डर, न देने वाले को.