पिछले 14 सालों से णध्य प्रदेश में एक परंपरा चली आ रही थी..हर महीने के पहले कामकाजी दिन भोपाल सचिवालय ते सामने राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम गाया जाता था.. 15 साल बाद सरकार बदली तो परंपरा बदल दी गई. वंदे मातरम नहीं गाया गया. कमलनाथ सरकार ने जो ये रिवायत तोड़ी तो इस पर स्वाभाविक तौर पर राजनीतिक हंगामा शुरू हुआ , बीजेपी ने बड़े जोरशोर से इस राष्ट्रीय गीत को नहीं गाए जेने का मामला उठाया और इस देस व्यापी स्तर पर उठाने की बात कर रहे हैं , लेकिन हंगामे के पहले जो कार्यकर्ता यहां आए अगर वो थोड़ ज्ञानवर्धन कर आते तो बेहतर होता.. जरा ये भी सुनिए