'राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी'

- 17 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • India | Reported by: ANI, Edited by: सूर्यकांत पाठक |शुक्रवार मार्च 22, 2024 05:13 PM IST
    दिल्ली आबकारी नीति मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद शुक्रवार को पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने केजरीवाल और अन्ना हजारे से जुड़े ग्रुप पर दिल्ली की तत्कालीन मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता शीला दीक्षित के खिलाफ गैर-जिम्मेदाराना, निराधार आरोप लगाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि उन्होंने शीला दीक्षित के खिलाफ ढेर सारे सबूत होने के दावे किए थे लेकिन जनता के सामने ऐसा कोई सबूत पेश नहीं किया गया था.
  • India | Reported by: मनोरंजन भारती, Edited by: सचिन झा शेखर |गुरुवार दिसम्बर 7, 2023 10:17 PM IST
    शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि राजीव गांधी के आसपास जो लोग उनके करीबी थे. उन्होंने इस अफवाह को बहुत ज्यादा फैलाया. ये सोचकर की प्रणब मुखर्जी ने प्रधानमंत्री बनने के लिए दावा क्लेम किया था. इसी वजह से गांधी परिवार ने पूरी तरह से उन पर कभी पूरा विश्वास नहीं किया.
  • India | Edited by: अंजलि कर्मकार |गुरुवार दिसम्बर 7, 2023 08:49 AM IST
    शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा, "जब मेरे पिता राष्ट्रपति चुने गए, तो वे अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों के बारे में बहुत स्पष्ट थे. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि भले ही वे अलग-अलग विचारधाराओं के हों, लेकिन वह सरकार के काम में दखल नहीं देंगे."
  • India | Reported by: भाषा |गुरुवार फ़रवरी 11, 2021 03:52 PM IST
    शर्मिष्ठा मुखर्जी ने अपने पिता की पुस्तक ‘द प्रेसिडेंसियल इयर्स’ के लोकार्पण के दौरान कहा कि दया याचिकाओं में राष्ट्रपति आखिरी उम्मीद होते हैं इसलिए उसमें ‘‘मानवीय दृष्टिकोण’’ होता है.
  • India | Written by: मानस मिश्रा |मंगलवार सितम्बर 1, 2020 02:09 PM IST
    साल 2018 में जब पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नागपुर में आरएसएस के कार्यक्रम में हिस्सा लिया तो कांग्रेस में हलचल मच गई. कई नेताओं जैसे पी. चिदंबरम, केके तिवारी, सलमान खुर्शीद ने प्रणब मुखर्जी से वहां न जाने की अपील की. वैचारिक रूप से एकदम अलग आरएसएस के कार्यक्रम में प्रणब मुखर्जी जी जैसे कांग्रेसी नेता का जाना अपने आप में एक अद्भुत घटना थी. अब सबकी नजरें इस बात पर थीं कि प्रणब मुखर्जी वहां आरएसएस के कार्यक्रम में वहां क्या बोलेंगे. प्रणब मुखर्जी ने नागपुर जाकर आरएसएस के संस्थापक डॉ. हेडगेवार को भारत का मां बेटा बताया. उनके इस बयान पर आलोचना भी हुई. अपने भाषण में प्रणब मुखर्जी ने कहा कि राष्ट्र की आत्मा बहुलवाद और पंथनिरपेक्षवाद में बसती है. प्रणब मुखर्जी ने प्रतिस्पर्धी हितों में संतुलन बनाने के लिए बातचीत का मार्ग अपनाने की जरूरत बताई. उन्होंने साफतौर पर कहा कि घृणा से राष्ट्रवाद कमजोर होता है और असहिष्णुता से राष्ट्र की पहचान क्षीण पड़ जाएगी. 
  • India | ख़बर न्यूज़ डेस्क |शुक्रवार जून 8, 2018 09:58 AM IST
    पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के संघ मुख्यालय में दिये गये भाषण के बाद उनकी बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि उन्हें जिस बात का डर था वही हुआ.  वहीं कांग्रेस नेताओं को भी प्रणब मुखर्जी के भाषण के बाद राहत मिली है.बिहार में एनडीए के घटक दल सीटों और नेता को लेकर आपस में ही टकराने लगे हैं. हालांकि मीडिया के सामने सभी नेता सब कुछ ठीक होेने का दावा भी कर रहे हैं.  आज की 5 बड़ी खबरें
  • India | ख़बर न्यूज़ डेस्क |शुक्रवार जून 8, 2018 08:57 AM IST
    कांग्रेस ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुख्यालय में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की तस्वीरें देखकर पार्टी के लाखों कायकर्ताओं और भारत के बहुलवाद, विविधता एवं बुनियादी मूल्यों में विश्वास करने वालों को दुख हुआ है.
  • File Facts | ख़बर न्यूज़ डेस्क |शुक्रवार जून 8, 2018 07:42 AM IST
    पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के नागपुर में संघ के मुख्यालय में जाने और वहां पर संघ के प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं को भाषण देने के फैसले पर हर जगह चर्चा हो रही है. गुरुवार की शाम को उन्होंने जो भाषण दिया उसका हर कोई अपने-अपने हिसाब से मायने निकाल रहा है. इससे पहले पूरी कांग्रेस असहज नजर आ रही थी. यहां तक कि उनकी बेटी और कांग्रेस नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि उनका (डॉ.मुखर्जी) भाषण किसी को याद नहीं रहेगा हां, उनकी तस्वीर का इस्तेमाल जरूर किया जाएगा. लेकिन कुशल राजनेता मुखर्जी बिना किसी दबाव में आए संघ के कार्यक्रम में गए और अपने 'उच्चस्तरीय' भाषण के जरिये संघ को उसी के मच पर कई नसीहतें दें डालीं. प्रणब मुखर्जी अपना भाषण अंग्रेजी में दे रहे थे, मगर बीच-बीच में वह अपनी मातृभाषा बांग्ला के मुहावरों का इस्तेमाल भी कर रहे थे. इससे पहले डॉ. नुखर्जी ने संघ के संस्थापक डॉ. हेडगेवार को भारत माता का सच्चा सपूत भी कहा. यह बात उन्होंने विजिटर डायरी में लिखी है.
  • India | Written by: सूर्यकांत पाठक |गुरुवार जून 7, 2018 08:02 PM IST
    पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यक्रम में शिरकत करने पर विवाद चल रहा है. कांग्रेस के कई नेताओं के अलावा मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुख्रर्जी ने भी अपने पिता के नागपुर में संघ मुख्यालय में जाने के फैसले पर आपत्ति जताई है. हालांकि प्रणब मुखर्जी से पहले कांग्रेस और अन्य संगठनों के देश के कई दिग्गज नेता आरएसएस के कार्यक्रमों में भाग ले चुके हैं.
  • India | ख़बर न्यूज़ डेस्क |गुरुवार जून 7, 2018 11:49 AM IST
    पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी आज नागपुर में आरएसएस यानी राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के मुख्यालय में एक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे. यहां वह संघ शिक्षा वर्ग के तीसरे वर्ष के दिक्षांत समारोह में अपना भाषण देंगे. हालांकि, इस पर घमासाम अभी भी जारी है. कल तक कांग्रेस के नेता प्रणब मुखर्जी के इस फैसले की आलोचना कर रहे थे, मगर बुधवार को उनकी बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने भी उनके फैसले को सही नहीं ठहराया. हालांकि, अब प्रणब मुखर्जी के कार्यक्रम में किसी तरह के बदलाव के आसार नहीं दिख रहे हैं. वह नागपुर पहुंच चुके हैं और शाम को करीब 6 बजे संघ के मुख्यालय में अपना भाषण देंगे. सबकी नजरें सिर्फ इस बात पर होगी कि आखिर कार्यक्रम में प्रणब मुखर्जी क्या बोलते हैं, जो अपने राजनीतिक जीवन में संघ के विरोधी रहे हैं. मगर इन सबसे इतर आज हम पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के उन बड़े फैसलों की बात करेंगे, जिन्होंने राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान उऩ्होंने ली और उसकी वजह से उन्हें आज भी याद किया जाता है. पूर्व राष्ट्रपतियों की तुलना में अक्सर प्रणब मुखर्जी के कार्यकाल को बेहतर माना जाता है क्योंकि इन्होंने अपने कार्यकाल में करीब 37 दया याचिकाएं खारिज की और कसाब और अफजल गुरु जैसे खूंखार आतंकियों को भी फांसी की सजा को मंजूरी दी.  
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