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Academic Conference

'Academic Conference' - 2 News Result(s)
  • शिक्षा के मकसद पर प्रधानमंत्री का भाषण

    शिक्षा के मकसद पर प्रधानमंत्री का भाषण

    शनिवार को विज्ञान भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण में शिक्षा के पारंपरिक लक्ष्य को दोहराया गया. एक ऐसे लक्ष्य को दोहराया गया, जिसे हासिल करने का तरीका सदियों से तलाशा जा रहा है. लक्ष्य यह कि शिक्षा ऐसी हो जो हमें मनुष्य बना सके, जिससे जीवन का निर्माण हो, मानवता का प्रसार हो और चरित्र का गठन हो. प्रधानमंत्री ने ये लक्ष्य विवेकानंद के हवाले से कहे. इस दोहराव में बस वह बात फिर रह गई कि ये लक्ष्य हासिल करने का तरीका क्या हो? प्रधानमंत्री के इस भाषण से उस तरीके के बारे में कोई विशिष्ट सुझाव तो नहीं दिखा, फिर भी उन्होंने निरंतर नवोन्मेष की जरूरत बताई. हालांकि अपनी तरफ से उन्होंने नवोन्मेष को देश दुनिया में संतुलित विकास से जोड़ा. खैर, कुछ भी हो, शिक्षा और ज्ञान की मौजूदा शक्लोसूरत की आलोचना के बहाने से ही सही, कम से कम शिक्षा और ज्ञान के बारे में कुछ सुनने को तो मिला.

  • पीएम मोदी ने कहा- शिक्षा का विस्तार क्लास रूम की चौखट से बाहर हो, समाज की सही तस्वीर से छात्रों का परिचय जरूरी

    पीएम मोदी ने कहा- शिक्षा का विस्तार क्लास रूम की चौखट से बाहर हो, समाज की सही तस्वीर से छात्रों का परिचय जरूरी

    दिल्ली के विज्ञान भवन में 'एकेडमिक लीडरशिप ऑन एजुकेशन रिसर्जेंस' कांफ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चुनौतियों से निपटने में शिक्षण संस्थानों का सहयोग लें तो स्थितियां भिन्न होंगी. एक ऐसी इंटर लिंकिंग पर काम करें जो समाज और संस्थान को जोड़े.

'Academic Conference' - 2 News Result(s)
  • शिक्षा के मकसद पर प्रधानमंत्री का भाषण

    शिक्षा के मकसद पर प्रधानमंत्री का भाषण

    शनिवार को विज्ञान भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण में शिक्षा के पारंपरिक लक्ष्य को दोहराया गया. एक ऐसे लक्ष्य को दोहराया गया, जिसे हासिल करने का तरीका सदियों से तलाशा जा रहा है. लक्ष्य यह कि शिक्षा ऐसी हो जो हमें मनुष्य बना सके, जिससे जीवन का निर्माण हो, मानवता का प्रसार हो और चरित्र का गठन हो. प्रधानमंत्री ने ये लक्ष्य विवेकानंद के हवाले से कहे. इस दोहराव में बस वह बात फिर रह गई कि ये लक्ष्य हासिल करने का तरीका क्या हो? प्रधानमंत्री के इस भाषण से उस तरीके के बारे में कोई विशिष्ट सुझाव तो नहीं दिखा, फिर भी उन्होंने निरंतर नवोन्मेष की जरूरत बताई. हालांकि अपनी तरफ से उन्होंने नवोन्मेष को देश दुनिया में संतुलित विकास से जोड़ा. खैर, कुछ भी हो, शिक्षा और ज्ञान की मौजूदा शक्लोसूरत की आलोचना के बहाने से ही सही, कम से कम शिक्षा और ज्ञान के बारे में कुछ सुनने को तो मिला.

  • पीएम मोदी ने कहा- शिक्षा का विस्तार क्लास रूम की चौखट से बाहर हो, समाज की सही तस्वीर से छात्रों का परिचय जरूरी

    पीएम मोदी ने कहा- शिक्षा का विस्तार क्लास रूम की चौखट से बाहर हो, समाज की सही तस्वीर से छात्रों का परिचय जरूरी

    दिल्ली के विज्ञान भवन में 'एकेडमिक लीडरशिप ऑन एजुकेशन रिसर्जेंस' कांफ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चुनौतियों से निपटने में शिक्षण संस्थानों का सहयोग लें तो स्थितियां भिन्न होंगी. एक ऐसी इंटर लिंकिंग पर काम करें जो समाज और संस्थान को जोड़े.