रात के 10 बजते ही टीवी पर जब होती थी इस सीरियल की आहट, देखने के बाद अंधेरे में जाने से कांपने लगते थे लोग

म्यूजिकल या साइंटिफिक शो हो या फिर कोई भूतिया कहानी ही क्यों न डराने पर अमादा हो. नब्बे के दशक में ऐसा ही शो टीवी पर आता था जिसकी धुन ही लोगों को डराने के लिए काफी हुआ करती थी.

रात के 10 बजते ही टीवी पर जब होती थी इस सीरियल की आहट, देखने के बाद अंधेरे में जाने से कांपने लगते थे लोग

डराने के लिए 90’s के इस शो का टाइटल ट्रेक ही था काफी, फोटो- youtube

नई दिल्ली:

दूरदर्शन और इसके बाद प्रायवेट चैनल्स का शुरुआती दौर बहुत ही शानदार रहा है. जब हर शो पूरा परिवार एक साथ बैठ कर देखा करता था. जब टीवी पर चैनल बदलने के लिए रिमोट की जरूरत नहीं हुआ करती थी और कोई रिश्ता भी रिमोट नहीं हुआ था. सब करीब थे और एक साथ बैठकर टीवी देखा करते थे. फिर चाहें टीवी पर फैमिली ड्रामा आए. म्यूजिकल या साइंटिफिक शो हो या फिर कोई भूतिया कहानी ही क्यों न डराने पर अमादा हो. नब्बे के दशक में ऐसा ही शो टीवी पर आता था जिसकी धुन ही लोगों को डराने के लिए काफी हुआ करती थी.

ये थी डर की आहट

नब्बे के दशक में सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर आ वाले इस शो का नाम था आहट. जिसका टाइटल ट्रेक ही खासा डरावना था. इंस्टाग्राम हैंडल द 90ज इंडिया ने शो का टाइटल ट्रेक शेयर कर, उस दौर की यादें ताजा कर दी हैं. ये वो दौर था. टाइटल ट्रैक शेयर करते हुए इस हैंडल ने सवाल किया है कि शो का कौन सा ऐसा एपिसोड था जो अब तक आपको याद है. जिसके जवाब में यूजर्स अलग अलग शोज याद कर रहे हैं. एक यूजर ने लिखा है कि इसके शोज बहुत डरावने हुआ करते थे. कुछ यूजर्स ने शो से जुड़ी पुरानी यादें शेयर की हैं. एक यूजर ने लिखा कि इस शो के खत्म होने के बाद भी बहुत डर लगा करता था.

अलग अलग थी कहानियां

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इस शो में हर बार एक नई कहानी हुआ करती थी. नई कहानी का मतलब है हर बार एक नया शैतानी साया, नया सस्पेंस और नए किस्म का डर. जो दर्शकों को बांध कर रखता. शो पहली बार साल 1995 में एयर हुआ. और 2001 तक जारी रहा. इसके बाद शो के और पांच सीजन टेलीकास्ट हुए. इस तरह बीच में कुछ कुछ समय के ब्रेक के बाद भी शो साल 2015 तक जारी रहा. इस शो के लिए ये भी दावा किया जाता है कि कंप्यूटर ग्राफिक्स यूज करने वाला ये देश का पहला हॉरर शो था.