माइथोलॉजिकल शोज देखना लोगों को बहुत पसंद होता है. वो अक्सर इस तरह के शोज देखने का इंतजार करते हैं. कब ऐसे शोज टीवी पर आए हैं और वो घर में बच्चों को उन्हें दिखा पाएं. बीआर चोपड़ा सालों पहले महाभारत लेकर आए थे जिसके लोग आज भी दीवाने हैं. महाभारत के कई किरदार इस दुनिया को अलविदा कहकर जा चुके हैं लेकिन लोगों के बीच उन्हें लेकर प्यार आज भी कायम है. बीआर चोपड़ा वाली महाभारत का टेलिकास्ट अक्सर टीवी पर होता रहता है. अब नई महाभारत आ रही है वो भी एक ट्विस्ट के साथ . अब एआई महाभारत आ रही है. जिसकी जबसे अनाउंसमेंट हुई है फैंस तब से इसके रिलीज होने का इंतजार हो रहा है. इसी बीच कलेक्टिव आर्टिस्ट्स नेटवर्क के फाउंडर और ग्रुप सीईओ विजय सुब्रमण्यम से NDTV ने खास बातचीत की और एआई महाभारत के बजट के बारे में भी बताया.
सवाल: इतनी बार महाभारत बन चुकी है, तो AI महाभारत में नया क्या है?
जवाब- हर पीढ़ी अपनी नजर से महाभारत को दोबारा सुनाती है. फर्क सिर्फ कहानी का नहीं, नजरिए का होता है. इस बार फर्क ये है कि हमने टेक्नोलॉजी को कहानी कहने का जरिया बनाया है, न कि उसका रिप्लेसमेंट. कहानी वही है, भाव वही हैं, बस उसे इस दौर के लोगों, खासकर युवाओं तक ऐसे विजुअल तरीके से पहुंचाया गया है जिससे वो जुड़ सकें. ये हमारी परंपरा और डिजिटल दुनिया के बीच एक खूबसूरत पुल है.

सवाल: इस प्रोजेक्ट पर कितना खर्च हुआ?
जवाब- सही आंकड़ा बताना तो मुश्किल है, लेकिन हां, ये हमारे लिए बहुत बड़ा और चुनौती भरा प्रोजेक्ट था. हमने फोकस पैसे खर्च करने पर नहीं, कुछ नया और अलग करने पर रखा. बजट का बड़ा हिस्सा उस AI सिस्टम पर गया जिसे हमने भारत में ही Galleri5 के साथ मिलकर बनाया है. अब यही सिस्टम आगे आने वाले कई सांस्कृतिक और मनोरंजन प्रोजेक्ट्स में काम आएगा.
सवाल: AI के साथ काम करते हुए सबसे मुश्किल क्या था?
जवाब- मुश्किलें तो बहुत आईं. मार्केट में जो मॉडल्स मौजूद थे, वो भारतीय पौराणिकता की गहराई नहीं पकड़ पा रहे थे. इसलिए हमें अपने टूल्स खुद बनाने पड़े. हर चीज़ डेटा, इमोशन, विजुअल स्टाइल पर बार-बार काम किया गया. लेकिन सबसे दिलचस्प बात ये रही कि टेक्नोलॉजी और आर्ट साथ आए. इंजीनियर, आर्टिस्ट, म्यूज़िशियन और राइटर सबने मिलकर कुछ ऐसा बनाया जिसने दिखा दिया कि टेक्नोलॉजी भी कला हो सकती है और कला भी टेक्निकल.
सवाल: क्या इसमें असली एक्टर्स या वॉयस आर्टिस्ट्स की भी भूमिका रही?
जवाब- बिल्कुल. ये पूरी तरह AI से नहीं बना है. इसमें इंसानों ने ही जान डाली है. वॉयस आर्टिस्ट्स, स्क्रिप्ट राइटर्स और डायरेक्टर्स सबने काम किया है. AI का इस्तेमाल सिर्फ विजुअल्स और इफेक्ट्स के लिए किया गया, ताकि चीजें और सुंदर दिखें. किरदारों की आवाज़, भाव और आत्मा इंसानों की ही दी हुई है.
सवाल: कुछ लोगों का कहना है कि AI आने से कलाकारों के मौके कम हो जाएंगे, आप क्या सोचते हैं?
जवाब- मैं ऐसा नहीं मानता. AI कलाकारों के मौके खत्म नहीं करता, बल्कि बढ़ाता है. अब नए-नए रोल सामने आ रहे हैं जैसे AI ट्रेनर, प्रॉम्प्ट इंजीनियर, कल्चरल स्टाइलिस्ट, वॉयस एक्सपर्ट वगैरह. पहले जो काम हफ्तों में होता था, अब वो दिनों में हो सकता है. इसका मतलब है, क्रिएटिव लोग अब और ज्यादा चीजें कर सकते हैं.
सवाल: क्या आपको लगता है कि AI महाभारत उतनी पॉपुलर हो पाएगी जितनी 90 के दशक वाली महाभारत थी?
जवाब- देखिए, दूरदर्शन वाली महाभारत को कोई रिप्लेस नहीं कर सकता. वो हमारे देश की यादों का हिस्सा है. हमारा मकसद उससे मुकाबला करना नहीं है, बल्कि उस परंपरा को आगे बढ़ाना है. हम चाहते हैं कि आज के बच्चे और युवा इस कहानी को नए नजरिए से देखें और अपने इतिहास को समझें.
बता दें एआई महाभारत जियोहॉटस्टार पर 25 अक्टूबर से स्ट्रीम हो रहा है और 26 अक्टूबर से स्टार प्लस पर टेलिकास्ट होगा. ये एक 100-एपिसोड वाली सीरीज है. भारत की पहली ऐसी सीरीज है जिसमें एआई का इस्तेमाल युद्ध के सीन्स को और भी रियल दिखाने के लिए किया गया है. यह क्लासिक पांडवों बनाम कौरवों की कहानी का एक नया रूप है. जिसमें महाकाव्य परंपरा को आधुनिक तकनीक के साथ मिलाकर एक बिल्कुल नया अनुभव प्रदान किया गया है.
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