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120 करोड़ रुपए की ट्रेन में कभी सफर किया है? देखिए 'वंदे भारत' स्‍लीपर का फर्स्ट लुक, क्या-क्या होंगी सुविधाएं

देश की पहली वंदे भारत स्‍लीपर ट्रेन जल्द ही पटरियों पर दौड़ती नजर आएगी. वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का फर्स्‍ट लुक आ गया, इसे चेन्‍नई की इंटीग्रल कोच फैक्‍ट्री में बनाया गया है.

  • देश की पहली वंदे भारत स्‍लीपर ट्रेन जल्द ही पटरियों पर दौड़ती नजर आएगी.
  • वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का फर्स्‍ट लुक आ गया है.
  • चेन्‍नई की इंटीग्रल कोच फैक्‍ट्री से देखिए वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की खास तस्वीरें.
  • वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में अन्‍य ट्रेनों के मुकाबले बेहतर सिक्‍योरिटी सिस्‍टम है.
  • इसे टच करते ही दरवाजा खुलेगा, तो टायलेट में आपको कोई बटन दबाए बिना पानी मिलेगा.
  • फ्लाइट से भी बेहतरीन सुविधाएं वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में मिलेंगी
  • 16 कोच वाली यह ट्रेन पूरी तरह एसी है.
  • इसमें एक साथ 820 पैसेंजर्स सफर कर पाएंगे.
  • इसकी स्‍पीड 160 क‍िलोमीटर प्रत‍ि घंटे तक पहुंच सकती है, राजधानी ट्रेन से भी इसकी स्‍पीड काफी ज्‍यादा होगी.
  • एक ट्रेन को बनाने पर 120 करोड़ रुपये की लागत आई है.
  • ट्रेन का 90 किमी प्रति घंटे से लेकर 180 किमी प्रति घंटे की स्‍पीड से दो महीने तक ट्रायल किया गया.
  • इसमें इमरजेंसी ब्रेक सिस्‍टम लगाया गया है, इसका कंट्रोल काफी साइंटिफ‍िक तरीके से रखा गया है
  • 15 नवंबर तक ट्रेन के ट्रायल का काम पूरा हो जाएगा.
  • यह टेस्टिंग लखनऊ आरडीएसओ और पश्चिमी रेलवे में किया जाएगा.
  • इसमें कई नई सुव‍िधाएं हैं, जैसे सेंसर एक्‍ट‍िव इंटरकनेक्टिंग दरवाजे, टच-फ्री बायो-वैक्यूम टॉयलेट और टॉक-बैक यूनिट हैं.
  • फर्स्ट क्लास कूपों में अपर बर्थ तक आसानी से पहुंचने के लिए सीढ़ियां और फ्लाइट-स्टाइल अटेंडेंट बटन हैं.
  • वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की बेस्‍ट कैटेगरी की डिजाइन है.
  • हादसों से बचाने के ल‍िए टक्‍कर रोधी प्रणाली ‘कवच' और एंटी-क्लाइम्बिंग टेक्‍नोलॉजी भी इस्तेमाल की गई है. यह हादसे की स्‍थ‍िति में कोच को एक दूसरे के ऊपर चढ़ने नहीं देती.
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