राहत फतेह अली खान के एल्बम 'दिल्लगी' का टाइटल ट्रैक का वीडियो इसी मॉडर्न रिलेशनशिप प्रॉब्लम से प्रेरित है। (म्यूज़िक वीडियो की एक तस्वीर)
अप्रेज़ल लेटर मिल गया?
अरे वाह! प्रमोशन मिला। मुबारक हो
नया पद और सैलरी इंक्रीमेंट भी मिली, लेकिन...दूसरे शहर में!
क्या अब मुझे अपनी नौकरी से इस्तीफा देकर तुम्हारे साथ जाना होगा, वर्ना तुम मुझे अकेला छोड़ ही चल दोगे?
ऐसी वार्तालाप दो नौकरीपेशा कपल्स के बीच एक न एक बार तो ज़रूर होती है। माना कि हर जोड़े के बीच ट्रांसफर से जुड़ी ऐसी सेम टू सेम समस्या नहीं आती, लेकिन किसी न किसी रूप में काम और करियर के फेर में लव लाइफ डेंजर ज़ोन में आ ही जाती है। कई दफा और कई लोगों के सामने ये चुनौती भी आती है जब उन्हें प्यार या करियर में से किसी एक को चुनना पड़ता है। ऐसे में, कैसे करें फैसला?
इस सवाल का जवाब ढ़ूंढ़ने में हम आपकी मदद कर सकते हैं।
अपने पार्टनर से बात करें
जब भी ऐसी कई नौबत आए कि नौकरी और प्यार में से किसी एक को चुनना पड़े, तो सबसे पहले अपने पार्टनर से बात करें। मन में जो भी उलझन हो उसे शेयर करें। याद रखें, जिस तरह स्कूल की परीक्षा में सवाल आउट ऑफ सिलेबस नहीं आते थे, ठीक उसी तरह वो ऊपर वाला भी आपकी लाइफ की सिलेबस के आधार पर ही आपकी परीक्षा लेता है।
हर समस्या से पहले उसका समाधान जन्म लेता है, हर सवाल से पहले उसका जवाब धरती पर भेजता है। (वाह! ये तो फिलॉसफी हो गई)
खैर, कहने का तात्पर्य ये है कि अगर आप दोनों ईमानदारी से चर्चा करें और समस्या का हल ढूंढ़े तो रास्ता ज़रूर नज़र आएगा। हो सकता है कि आपको प्यार और करियर दोनों
में से किसी को भी छोड़ना ही न पड़े!
पढ़ें: लव लाइफ और प्रोफेश्नल लाइफ में ऐसे करें बैलेंस
गौर करें, आपका पार्टनर आपको कितना सिक्योर रख सकता है
कभी-कभी सेलफिश होना भी ज़रूरी है। आगे चलकर किसी को कोसने से अच्छा है कि आप अपनी ज़िंदगी का फैसला अपनी खुशियों के बारे में सोचकर लें। जब भी आपके सामने किसी एक को चुनने की नौबत आए तो आप खुद से पूछें-
-सबसे ज्यादा खुशी कौन देता है नौकरी या 'वो'?
-आपका भविष्य सिक्योर कौन कर सकता है नौकरी या 'वो'?
-सबसे आसान हासिल करना क्या है, दूसरी नौकरी, या दूसरा साथी?
जब आप इन सब सवालों का जवाब तलाशेंगे, तो जवाब खुद ब खुद मिल जाएगा।
पढ़ें: पत्नी की पगार है ज्यादा, तो खुश हो जाइये क्योंकि...
मां-बाप और दोस्तों से सलाह लें
आप मानें या न मानें लेकिन आपको आपसे बेहतर तरीके से कोई समझता है तो वो आपके मां-बाप ही हैं। इसलिए उनसे बात करें। उनसे बेहतर रिलेशनशिप एक्सपर्ट कोई नहीं हो सकता है। आप अपने दोस्तों, खासकर उनसे जिन्होंने ऐसे ही हालात का सामना किया हो, उनसे भी बात करें। सबसे सलाह लें, सुनें सबकी। फिर करें अपने दिल की।
नाम और शोहरत के लिए अगर करियर ज़रूरी है, तो उसका सुख भोगने और उसके उतार-चढ़ाव की खुशियां और गम बांटने के लिए रिश्तों का होना भी ज़रूरी है। जिसे ज़िंदगी में दोनों मिल जाए, समझो ज़िंदगी की नईया पार लग गई!
पढ़ें: कामकाजी मियां-बीवी ऐसे उठाएं घर खर्च की जिम्मेदारी
अरे वाह! प्रमोशन मिला। मुबारक हो
नया पद और सैलरी इंक्रीमेंट भी मिली, लेकिन...दूसरे शहर में!
क्या अब मुझे अपनी नौकरी से इस्तीफा देकर तुम्हारे साथ जाना होगा, वर्ना तुम मुझे अकेला छोड़ ही चल दोगे?
ऐसी वार्तालाप दो नौकरीपेशा कपल्स के बीच एक न एक बार तो ज़रूर होती है। माना कि हर जोड़े के बीच ट्रांसफर से जुड़ी ऐसी सेम टू सेम समस्या नहीं आती, लेकिन किसी न किसी रूप में काम और करियर के फेर में लव लाइफ डेंजर ज़ोन में आ ही जाती है। कई दफा और कई लोगों के सामने ये चुनौती भी आती है जब उन्हें प्यार या करियर में से किसी एक को चुनना पड़ता है। ऐसे में, कैसे करें फैसला?
इस सवाल का जवाब ढ़ूंढ़ने में हम आपकी मदद कर सकते हैं।
अपने पार्टनर से बात करें
जब भी ऐसी कई नौबत आए कि नौकरी और प्यार में से किसी एक को चुनना पड़े, तो सबसे पहले अपने पार्टनर से बात करें। मन में जो भी उलझन हो उसे शेयर करें। याद रखें, जिस तरह स्कूल की परीक्षा में सवाल आउट ऑफ सिलेबस नहीं आते थे, ठीक उसी तरह वो ऊपर वाला भी आपकी लाइफ की सिलेबस के आधार पर ही आपकी परीक्षा लेता है।
हर समस्या से पहले उसका समाधान जन्म लेता है, हर सवाल से पहले उसका जवाब धरती पर भेजता है। (वाह! ये तो फिलॉसफी हो गई)
खैर, कहने का तात्पर्य ये है कि अगर आप दोनों ईमानदारी से चर्चा करें और समस्या का हल ढूंढ़े तो रास्ता ज़रूर नज़र आएगा। हो सकता है कि आपको प्यार और करियर दोनों
में से किसी को भी छोड़ना ही न पड़े!
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गौर करें, आपका पार्टनर आपको कितना सिक्योर रख सकता है
कभी-कभी सेलफिश होना भी ज़रूरी है। आगे चलकर किसी को कोसने से अच्छा है कि आप अपनी ज़िंदगी का फैसला अपनी खुशियों के बारे में सोचकर लें। जब भी आपके सामने किसी एक को चुनने की नौबत आए तो आप खुद से पूछें-
-सबसे ज्यादा खुशी कौन देता है नौकरी या 'वो'?
-आपका भविष्य सिक्योर कौन कर सकता है नौकरी या 'वो'?
-सबसे आसान हासिल करना क्या है, दूसरी नौकरी, या दूसरा साथी?
जब आप इन सब सवालों का जवाब तलाशेंगे, तो जवाब खुद ब खुद मिल जाएगा।
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मां-बाप और दोस्तों से सलाह लें
आप मानें या न मानें लेकिन आपको आपसे बेहतर तरीके से कोई समझता है तो वो आपके मां-बाप ही हैं। इसलिए उनसे बात करें। उनसे बेहतर रिलेशनशिप एक्सपर्ट कोई नहीं हो सकता है। आप अपने दोस्तों, खासकर उनसे जिन्होंने ऐसे ही हालात का सामना किया हो, उनसे भी बात करें। सबसे सलाह लें, सुनें सबकी। फिर करें अपने दिल की।
नाम और शोहरत के लिए अगर करियर ज़रूरी है, तो उसका सुख भोगने और उसके उतार-चढ़ाव की खुशियां और गम बांटने के लिए रिश्तों का होना भी ज़रूरी है। जिसे ज़िंदगी में दोनों मिल जाए, समझो ज़िंदगी की नईया पार लग गई!
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